ऐंजल दिव्यांग आश्रम ने एक ओर परिवार का पालन-पोषण करने का उठाया बीड़ा

भूषण शर्मा। नूरपुर

पंजाब के भंगुरी गांव की दिव्यांग 19 वर्षीय सपना व उसकी मां रेखा देवी को ऐंजल दिव्यांग आश्रम के रूप में मिला सहारा।सपना के पिता केवल कृष्ण की दो वर्ष पूर्व हो चुका है। देहांत घर पर बेटी के मानसिक रोग से ग्रसित होने के कारण मां अपना ओर बेटी को पालने में सक्षम नहीं है। ऐंजल दिव्यांग आश्रम की संस्थापिका अल्का शर्मा ने बताया कि उन्हें किसी के माध्यम से जानकारी मिली कि पंजाब की पंचायत भंगुरी में दिव्यांग बेटी सपना 19 बर्ष अपनी माता के साथ रह रही है।

सपना के पिता का दो वर्ष पहले देहांत हो चुका है। घर पर कमाने बाला भी कोई व्यक्ति नहीं है।सपना मानसिक रोग से ग्रसित है और घर में खाने पीने की भी काफी दिक्कत आ रही है। सपना की मां खुद को ओर सपना जो पालने के लिए बिल्कुल भी सक्षम नहीं है। अल्का शर्मा ने कहा कि देखा जाए आजकल नॉर्मल बच्चे भी सुरक्षित नही हैं, तो मानसिक रोग से ग्रसित बच्ची के लिए कुछ परेशानी हो सकती है। क्योंकि समाज मे भूषण शर्मा। नूरपुरऐसी कई घटनाएं हुई हैं, तो इन जैसे बच्चों को अकेला छोड़ना सुरक्षित नहीं है।

सपना व उसकी माता को बोला कि जैसे ही ऐंजल दिव्यांग आश्रम की बिल्डिंग बन जाएगी, तो उस समय उन दोनों को अपने पास रख लेंगे। जब तक बिल्डिंग का काम नहीं होता है, चाहे उसे तीन वर्ष लगे या चार वर्ष लगे, तब तक सपना व उसकी मां को राशन, दवाई इतियादी पहुंचाते रहेंगे। सारा खर्चा ऐंजल दिव्यांग आश्रम की तरफ से किया जाएगा।

स्थानीय निवासी राकेश कुमार ने बताया कि इन मां बेटी का लालन-पोषण बड़ी मुश्किल के साथ हो रहा है। गांव वाले राशन बगैरह दे जाते हैं। आज ऐंजल दिव्यांग आश्रम की संस्थापिका अल्का शर्मा गांव में आई और मां-बेटी को राशन दिया। राकेश ने कहा कि ऐंजल दिव्यांग आश्रम की संस्थापिका अल्का शर्मा ने कहा है कि जल्द ही वे मां-बेटी को अपने साथ ऐंजल दिव्यांग आश्रम में ले जाएगी।