विस चुनावों में “झाड़ू” की चपेट में आएंगीं कांग्रेस और भाजपा: प्रवक्ता

"झाड़ू" थामने को तैयार हैं कई कांग्रेसी "हाथ"

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हिमाचल प्रदेश के आगामी विधानसभा लड़ने की घोषणा से सूबे में सियासी चर्चा शुरू हो गई है। उक्त घोषणा के बाद शिमला में पार्टी कार्यालय के विधिवत उद्धघाटन पर दिल्ली सरकार के वरिष्ठ मंत्री सत्येंद्र जैन का प्रदेश का दौरा आम आदमी पार्टी के वालंटियर्स में नया जोश उत्पन्न कर गया है। ऐसे में राज्य की दोनों पार्टियों में राजनीति बेचैनी बढ़ रही है। क्योंकि आम आदमी पार्टी के शासन के दिल्ली मॉडल की हो रही चर्चा जगह-जगह सुनने को मिल रही है।

पार्टी प्रवक्ता कल्याण भंडारी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि उनकी पार्टी लोगों को गवर्नेंस के दिल्ली मॉडल के तहत दिल्ली वासियों को मुफ्त में प्रदान की जा रही मूलभूत सुविधाओं की जानकारी देने का काम करेगी। भंडारी के अनुसार दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली के एक करोड़ साठ लाख लोगोँ को फ्री एवं सस्ती बिजली के साथ बीस हजार लीटर पानी प्रति मास उपलब्ध करवा रही है। इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं को मुफ्त बस में सफर दिल्ली सरकार के बेहतरीन आर्थिक प्रबंधन की मिसाल है।

कल्याण भंडारी ने कहा कि राज्य की दोनों पार्टियां ने पिछले पांच दशकों से अपने प्रशासनिक एवं आर्थिक कुप्रबंधन की वजह से राज्य की जनता को उनके बुनियादी हकों से महरूम रखा है और महंगे दामों पर बिजली, पानी, शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं को देकर घोर अन्याय किया है, जिसके लिए हिमाचल वासी कांग्रेस-भाजपा से हिसाब चुकता करने के लिए लामबंद होकर आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। वहीं, पर अधिकतर कांग्रेस के बड़े “हाथ” आम आदमी पार्टी का “झाड़ू” पकड़ने की फिराक में हैं। भंडारी ने आगे कहा कि आने वाले 2022 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी “काम की राजनीति” का राजनीतिक आख्यान निर्धारित व स्थापित कर चुनाव मैदान में उतरेगी।