दर्शनों के लिए खोली गई दियोटसिद्ध मंदिर में बाबा की गुफा

श्रद्धालुओं को सुबह पांच से शाम नौ बजे तक हो सकेंगे गुफा के दर्शन
एसके शर्मा । हमीरपुर
उत्तरी भारत के प्रसिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों के लिए शुक्रवार से बाबा की गुफा खोल दिया गया है। इसके अलावा बाबा बालक नाथ का धुना भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को बाबाजी की गुफा में जाकर शीश नावाया व बाबा जी का आर्शिवाद लिया। साथ ही मंदिर में दर्शनों की समय सारिणी में भी बदलाव किया गया है। दियोटसिद्ध मंदिर में पहले दर्शनों का समय सुबह छह बजे से शाम सात बजे रखा गया था। अब दर्शनों का समय सुबह पांच बजे से शाम नौ बजे तक होगेंं। मंदिर न्यास प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समय में इजाफा किया गया है।
बताते चलें कि बाबा बालकनाथ दियोटसिद्ध की गुफा में 17 मार्च से जबसे मंदिर बंद हुआ है तब से कोई भी नहीं गया है। केवल पुजारी वर्ग ही मंदिर के भीतर गफा में जा सकता है। प्रदेश सरकार द्वारा भी दस सितंबर को मंदिर खोला गया था, लेकिन श्रद्धालुओं को बाबा बालक नाथ की गुफा एवं धूने में जाने की इजाजत नहीं थी। पुरुष श्रद्धालुओं को भी दूर से जहां से महिला श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर रहे थे। वहां से ही बाबा बालक नाथ का दीदार करवाया जा रहा था व बाबा बालक नाथ का हवन कुंड श्रद्धालुओं के लिए बंद था। इससे पहले केवल पुजारी वर्ग ही गुफा में जा सकता था। आरती के समय भी पुजारी ही गुफा के भीतर रहते थे। गौर रहे कि पिछले काफी दिनों से श्रद्धालुओं के अलावा मंदिर न्यास के ट्रस्टी एवं स्थानीय दुकानदार भी मंदिर प्रशासन से अपील कर रहे थे कि कोरोना महामारी अब धीमी पड़ चुकी है। एसओपी के तहत श्रद्धालुओं को गुफा में जाने की इजाजत दी जाए, उसी को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन अब जल्द ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गुफा को खोल दिया गया है। श्रद्धालुओं को एसओपी के तहत ही बाबा बालक नाथ का दीदार करवाया जा रहा है।
उधर मंदिर अधिकारी कृष्ण कुमार ठाकुर ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए पवित्र हवन कुंड व गुफा खोल दिया है, ताकि देश विदेश से आने वाले श्रद्धालु बाबा बालक नाथ का दीदार कर सके। इससे पहले केवल पुजारी वर्ग ही गुफा में जा सकता था। आरती के समय भी पुजारी ही गुफा के भीतर रहते थे। देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रशासन से काफी समय से गुफा को खोलने की मांग की थी। उसी को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए बाबाजी की गुफा को खोल दिया है।