उज्जवल हिमाचल। थुनाग
बड़ा देव कमरुनाग 100 वर्षाें से अधिक समय बाद शैट्टी नाग देवता के मंदिर जाएंगे। 12 वर्षाें बाद देव शैट्टी नाग मंगलवार को कमरुनाग पहुंचे। इस दौरान दोनों देवताओं के ऐतिहासिक मिलन के दौरान देव कमरुनाग ने शैट्टीनाग के निमंत्रण को भी स्वीकार किया। दोनों देवताओं में आधे घंटे तक मंत्रणा चली तथा कोरोना महामारी से क्षेत्र को सुरक्षित रखने और मिलकर इस बीमारी से लड़ने की बात कही। अपनी यात्रा के पहले पड़ाव के दौरान देव शैट्टीनाग मंगलवार को कमरुनाग में रुके थे। बुधवार को शैट्टी नाग और बड़ा देव के मिलन से कमरुनाग परिसर में भक्तिमय वातावरण रहा। कमरुनाग के कारिदों ने देवता का भव्य स्वागत किया।
उसके बाद देवता मंदिर के गर्भ गृह में कमरुनाग के साथ विराजमान हुए। दोनों देवताओं के बीच आधे घंटे तक देव मिलन की रीत चली। इस दौरान शैट्टीनाग के गूर ने कमरुनाग को शैट्टाधार आने का निमंत्रण दिया, जिसे कमरुनाग ने स्वीकार कर लिया। देवता ने गूर के माध्यम से कहा कि देव कारज निर्वाध चलते रहने चाहिए हम (शैट्टीनाग और कमरुनाग) दोनों मिलकर महामारी को हराएंगे। शैट्टी नाग के कारदार हिम्मत राम ने बताया कि बड़ा देव कमरुनाग ने शैट्टाधार आने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
कब आएंगे इसके बारे में कोई तिथि तय नहीं की है। इसके बाद पारंपरिक पूजा के साथ शैट्टीनाग ने बड़ा देव कमरुनाग से विदा ली। वहीं, शैट्टीनाग के चार बहड़ के कारदार हिम्मत राम ने बताया कि उनकी आयु 72 वर्षाें हो गई, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सुना की देव कमरुनाग शैटधार आए हों। कमरुनाग ने निमंत्रण स्वीकार किया है, वह कब आएंगे इस बारे में नहीं कह सकता। बड़ा देव कमरुनाग से मिलन के बाद देव शैट्टी नाग का पहला पड़ाव पूरा हो गया। इसके बाद वह अपने दूसरे पड़ाव शिकारी माता मंदिर के लिए रवाना हो गए।