ब्यास नदी ने धरा रौद्र रूप, हुए लाखों के नुकसान

एमसी शर्मा। नादौन
गत रात से लगातार हो रही वर्षा के कारण उपमंडल नादौन में काफी नुकसान की आशंका जताई जा रही है। नादौन के औद्योगिक क्षेत्र में व्यास नदी का पानी घुस जाने से कई उद्यमियों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
यहां स्थित अमृत इंडस्ट्री के दोनों भागों में परिसर के अंदर करीब 4 फुट पानी घुस जाने से लाखों रुपए की मशीनें पानी में डूब गई है। आधा दर्जन परिसरों के अंदर पानी व गाद जमा हो गई है। अमृत इंडस्ट्री के मालिक विनोद खावला ने बताया कि उन्हें करीब 10 लाख का नुकसान हुआ है।
इसी तरह यहां फर्नीचर व साबुन उद्योग को भी भारी नुकसान की सूचना मिली है। इसके अलावा ब्यास नदी के रौद्र रूप के कारण नदी किनारे बना संपर्क मार्ग, यहां किनारे स्थित मंदिर सहित श्मशान घाट परिसर पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं।
संपर्क मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बंद है, सड़क का कुछ भाग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। श्मशान घाट के निकट रखी लकड़ी बह गई है। वहीं व्यास नदी किनारे बनी कई पेयजल व सिंचाई योजनाएं जलमग्न हैं और इन योजनाओं का काफी सामान बह जाने का अंदेशा है।
नादौन के बड़ा क्षेत्र में जल शक्ति विभाग की एक योजना का पुल पानी में बह गया है। इससे पूर्व शनिवार सुबह जैसे ही ब्यास नदी के बढे जलस्तर का पता लोगों को चला तो बड़ी संख्या में लोग व्यास पुल, पत्तन बाजार सहित श्मशान घाट के पास पहुंच गए।
इसके बाद पुलिस विभाग ने मोर्चा संभाला और लोगों को नदी किनारे जाने से रोका। स्थानीय लोगों ने बताया कि व्यास नदी का पानी करीब 25 वर्षों के बाद आया है। एसडीएम विजय धीमान ने बताया कि क्षेत्र में हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।

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