जानवरों से परेशान होकर किसान ने निकाली ये अनोखी तकनीक

उज्ज्वल हिमाचल। धर्मशाला

जंगली जानवरों व बेसहारा पशुओं के आतंक के चलते किसान दिन.प्रतिदिन खेती करना छोड़ रहे हैं। जब भी किसान अच्छी फसल उगाने की सोचते हैं तो उन्हें जंगली जानवरों व बेसहारा पशुओं द्वारा फसलों को बर्बाद करने की चिंता सताने लगती हैए ऐसे में किसान न तो अच्छी फसल तैयार कर पाते हैं और न ही आमदनी कर पा रहे हैं।

अगर हम बात करें धर्मशाला के रहने वाले बलवीर सैनी की तो उन्होंने बेसहारा पशुओं व जंगली जानवरों से अपनी खेती को बचाने व आमदनी के लिए एक अनोखा तरीका ढूंढ निकाला है। इस तरीके से आमदन भी होगी और खेती को बेसहारा पशुओं व जंगली जानवरों से होने वाले नुक्सान से भी बचाया जा सकेगा।

बलबीर सैनी ने बताया कि दिवाली का त्यौहार आ रहा है ऐसे में गेंदे के फूलों की डिमांड ज्यादा रहती है और उन्हें दिल्ली व पंजाब से डिमांड आनी शुरू भी हो गई है। उन्होंने कहा कि त्यौहारी सीजन व धार्मिक कार्यक्रमों में इस्तेमाल होने वाले गेंदे के फूल बाजार में 300 से 400 रुपए किलोग्राम मिलते हैं लेकिन वह इन्हें 150 रुपए किलोग्राम के हिसाब से बेचेंगे।

ब्यूरो रिपोर्ट धर्मशाला

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