पात्र महिलाओं और बच्चों तक पहुंचाएं योजनाओं का लाभ: एसडीएम हमीरपुर

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। हमीरपुर
हमीरपुर 16 सितंबर। एसडीएम डॉ. चिरंजी लाल चौहान ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को सभी पात्र महिलाओं और बच्चों तक विभागीय योजनाओं का लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग की टौणी देवी खंड स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम ने ये निर्देश दिए। बैठक के दौरान टौणी देवी खंड में विभाग की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। डॉ. चिरंजी लाल ने बताया कि बाल विकास परियोजना टौणी देवी के तहत 242 आंगनबाड़ी केंद्रो और 6 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से 6 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं तथा किन्हीं कारणों से स्कूल छोड़ चुकी 11 से 14 वर्ष तक की किशोरियों को लाभान्वित किया जा रहा है। इस वित्त वर्ष में अभी तक 3416 बच्चों, 1000 माताओं और स्कूल छोड़ चुकी एक किशोरी को पूरक पोषाहार प्रदान किया गया है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय व अन्य आवश्यक सुविधाओं में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। अगर किसी नजदीकी स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या कम है और वहां कमरे उपलब्ध हैं तो किराये के भवनों में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों को ऐसे स्कूलों में शिफ्ट किया जा सकता है। इसके लिए विभागीय अधिकारी शिक्षा विभाग के साथ समन्वय स्थापित करें।
बेटी है अनमोल योजना के तहत टौणी देवी खंड में पिछले वित्त वर्ष में बीपीएल परिवारों की 532 बेटियों को कुल 10.87 लाख रुपए की धनराशि प्रदान की गई। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत इस वित्त वर्ष में अभी तक 13 युवतियों की शादी पर 51-51 हजार रुपए दिए जा चुके हैं। जबकि, मदर टेरेसा असहाय मातृ संबल योजना में 101 माताओं एवं 142 बच्चों को 4.12 लाख रुपए की राशि दी गई है। महिला स्वरोजगार योजना में 6 महिलाओं को तीस हजार रुपये की सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत बेटियों को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक पंचायत में सराहनीय उपलब्धियां हासिल करने वाली तीन-तीन बेटियों के बैनर लगाए जाएंगे। बैठक में सशक्त महिला योजना, घरेलू हिंसा रोधी अधिनियम से संबंधित मामलों व अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर सीडीपीओ कल्याण चंद ने विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा खंड स्तरीय समिति के गैर सरकारी सदस्यों ने भी भाग लिया।