Bengal election 2021: सातवें चरण का मतदान जारी, 37.72 फीसद हुआ मतदान

उज्जवल हिमाचल। कोलकाता

कोरोना संक्रमण के बीच बंगाल विधानसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान जारी है। इस बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। यह दौर चुनाव आयोग के लिए अग्नि परीक्षा से कम नहीं है। क्योंकि, चुनावी हिंसा के लिए कुख्यात मुर्शिदाबाद और मालदा में मतदान है। यही वजह है कि इन दोनों ही जिलों में दो चरणों में मतदान कराने का निर्णय लिया गया है। बांग्लादेश की सीमा से लगे होने के चलते चुनौती और भी बड़ी है। आयोग का ध्यान अब सुरक्षा इंतजाम के साथ-साथ कोरोना महामारी से बचाव पर भी है।

इस बाबत प्रशासन और चुनाव कर्मियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। मालदा के रतुआ के बखरा गांव में भाजपा के एक पोलिंग एजेंट शंकर साकार ने आरोप लगाया कि उन्हें टीएमसी सदस्यों द्वारा बूथ नंबर-9 से जबरदस्ती बाहर कर दिया गया। टीएमसी के एक सदस्य ने कहा कि वह यहां मतदाता नहीं हैं। इसलिए हमने उनसे सम्मानपूर्वक यहां से जाने के लिए कहा। किसी ने धमकी नहीं दी।

आसनसोल दक्षिण विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल के अनुसार बकतारनगर हाई स्कूल के एक पोलिंग बूथ पर एक टीएमसी पोलिंग एजेंट ममता बनर्जी की फोटो वाली टोपी पहना था। मतदान अधिकारी ने कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है और वह इसे नहीं देख पाईं। अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि चुनाव आयोग ने कहा है कि आप ऐसी कोई भी चीज नहीं पहन सकते हैं, जिसमें आपकी पार्टी का सिंबल या राजनीतिक नेता की तस्वीर हो। यह ममता बनर्जी की चाल है। वह जानती है कि लोग उन्हें वोट नहीं देंगे।

उनका समय खत्म हो गया है। एजेंट का कहना है कि वह इसके बारे में नहीं जानता था। मैं शिकायत करूंगी। दक्षिण कोलकाता की रासबिहारी विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी देवाशीष कुमार ने उन्हें मतदान करने से रोके जाने का आरोप लगाया है। देवाशीष कुमार ने कहा कि केंद्रीय बल के जवानों ने उन्हें मतदान करने से रोका।

उन्होंने आगे कहा कि इन सब से कुछ होने वाला नहीं है। बंगाल में फिर से तृणमूल की ही सरकार बनेगी। राज्य की 294 सीटों पर आठ चरणों में चुनाव होने हैं। छह चरण के चुनाव हो गए हैं। सातवें चरण का मतदान आज है और आठवें और अंतिम चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। दो मई को नतीजे आएंगे।