शर्मनाक: विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही

83 प्रतिशत दिव्यांग कर रही बिजली के बिलों का कैश इक्ट्ठा

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

वैश्विक महामारी कोरोना के संकटकाल के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी में गोहर विद्युत डिवीजन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। मामले में विभाग द्वारा कोरोना संकट के दौरान एक दिव्यांग महिला कर्मी को फील्ड में झोंक दिया है। दिव्यांग महिला इस कार्य को करने के लिए पूरे परिवार के साथ फील्ड में उतरी है। महिला की सुरक्षा के लिए उसका दिव्यांग पति और बेटी सरकारी काम में हाथ बंटा रहे है। दो हाथों से दिव्यांग महिला कर्मी को 13 हजार के करीब उपभोक्ताओं के बिजली के बिल का कैश एकत्रित करने को तैनात कर रखा है। कर्मी की बेटी कैश इकट्ठा करती पाई गई। वहीं महिला का दिव्यांग पति बिल जमा करने आए उपभोक्ताओं में सोशल डिस्टेंसिंग बनाने से झुझता हुआ पाया गया। महिला कर्मचारी कठिनाई के दौर से गुजरने को विवश हैं और साथ ही विद्युत विभाग के उपभोक्ताओं को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले को लेकर लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश भी पनपता जा रहा है। जानकारी के अनुसार उपमंडल गोहर के गणेश चैक काउंटर के अंतर्गत 273 उपभोक्ता है जिनमें से 223 ने काउंटर पर कैश जमा करवाया है। वहीं इसमें दो लाख रुपए से अधिक की राशि इकट्ठा की गई है।

  • 83 प्रतिशत दिव्यांग कुंता देवी की व्यथा

दिव्यांग महिला कर्मचारी कुंता देवी ने कहा कि वह विद्युत मंडल गोहर के अंतर्गत सब डिवीजन गोहर में बतौर सीनियर अस्सिस्टेंट कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि शारीरिक तौर से 83 फीसदी दोनों हाथों से दिव्यांग है। उन्होनें कहा कि वे कार्यालय में सब कार्य करती हैं, लेकिन फील्ड में डियूटी लगने भारी कठिनाइयां आ रही है। उन्होंने कहा कि इस कारण उनका परिवार भी इस कार्य में उनकी सहायता करने के लिज बाध्य हो गया है।

  • साहब दोनों हाथों से दिव्यांग हूं तो कैसे चढूं ट्रक पर

कुंता देवी ने कहा लॉकडाउन में बसों की सुविधा नहीं है। विभाग के अधिकारी कभी-कभार सरकारी जीप या ट्रक में छोड़ देते हैं, लेकिन अधिकतर समय आने जाने के लिए औरों पर मोहताज होना पड़ता है। उन्होंने कहा सरकारी ट्रक में दोनों हाथों से दिव्यांग होने के कारण ट्रक पर चढ़ नहीं पाती। उन्होंने कहा कि फील्ड में जाने के लिए 300 रुपए खर्च कर टैक्सी से जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उसे फील्ड में काउंटर लगाने के लिए वह कार्यालय से टेबल कुर्सी ले जानी पड़ती है। उन्होंने विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग है कि उन्हें एक कर्मचारी साथ दें जिससे वह कैश की जिम्मेवारी ले सके। दिव्यांग होने के कारण कैश की रक्षा करना उनके लिए खतरे से कम नहीं है।

मामले को लेकर नरेंद्र कुमार ठाकुर अधिशाषी अभियंता विद्युत मंडल गोहर ने कहा कि महिला कर्मचारी दोनों हाथ से दिव्यांग है। इसे कर्मी के साथ भेजने के आदेश हुए हैं उनके माता का निधन हुआ। मामला सामने आने पर एसडीओ गोहर को समाधान करने के आदेश जारी कर दिए है।