एकतरफा फैसले के खिलाफ पहली मार्च को होगी बड़ी रैली

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति की बैठक जोगिंद्र वालिया की अध्यक्षता में कंसा मैदान में संपन्न हुई। इसमे संघर्ष समिति के प्रभावित 7 ग्राम पंचायत के लगभग 50 किसानों ने हिस्सा लिया। समिति सदस्यों ने कड़े शब्दों में दुःख जताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने के लिए बार-बार समय मांगा, लेकिन समिति को समय नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक इंद्र सिंह गांधी व उपायुक्त मंडी के माध्यम से भी गुहार लगाई, लेकिन बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे की जद में आने वाले किसानों को विश्वास में न लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक तरफा चल रहे हैं।

पिछले वर्ष बल्ह हवाई अड्डे के लिए बजट में प्रावधान किया और अब केंद्रीय बजट में भी एक हजार करोड़ का प्रावधान करवाकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, जबकि किसानों से कोई बात नहीं कि जा रही है और एकतरफा फैसला थोप रही है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार एक तरफा फैसला बल्ह के किसानों के उपर थोप रही है, जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहली मार्च को कंसा चौक से एसडीएम बल्ह के कार्यालय तक एक रैली का आयोजन कर एसडीएम बल्ह के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा। जोगिंद्र वालिया ने कहा कि रैली को सफल बनाने के लिए 20 से लेकर 28 फरवरी तक सभी गावों में जन-संपर्क अभियान चलाया जाएगा।

बैठक में नंद लाल वर्मा सचिव के अलावा समिति सदस्य, प्रेम दास चौधरी, इस्माईल मोहमद, रोशन लाल, गुलाम रसूल, हलीम अंसारी, अनंत राम, नंद लाल, मेहर चंद, लाल सिंह, श्याम लाल, जयराम सैनी, प्रेम चंद सैनी, मनी राम, दिले राम, हरी राम, शिव लाल, सुंदरलाल, रंजीत, हरदेव सैनी, बलवंत सैनी, सुरेंद्र कुमार, बलदेव चंद, प्रेम दास, सतीश कुमार, नरेंद्र सिंह सेन व राकेश कुमार सहित अन्य शामिल हुए। समिति ने बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अब अगर मुख्यमंत्री मिलने का समय नहीं देते हैं, तो समिति जहां कहीं भी जिला मंडी में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होगा, वहां मिलने की कोशिश करेगी। साथ ही साथ प्रदेश के राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार की हठधर्मिता को भी उनके सामने प्रस्तुत किया जाएगा।

प्रस्तावित हवाई अड्डे से चरमरा जाएंगी व्यवस्थाएं
जोगिंदर वालिया ने कहा कि प्रस्तावित हवाई अड्डे से सिंचाई व्यवस्था, पीने के पानी, टावर लाइन चरमरा जाएगी। इसके बनने से विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों बच्चे, शिक्षण संस्थान, मन्दिर, मस्जिद, गुरुद्वारा सब तहस नहस हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कंसा ग्राउंड इस क्षेत्र में एक ही खेल मैदान शेष है और इस मैदान में प्रतिदिन 200 से 300 बच्चे, नौजवान, और बेटियां अभ्यास करने आते हैं।

उन्होंने कहा कि यह मैदान दो विधानसभा क्षेत्रों को जोड़ता है, लेकिन हवाई अड्डे से ये मैदान खत्म हो जाएगा। इसके अलावा 2500 मकान, लाखों छोटे-बड़े पेड़, कृषि उद्योग, व्यापारिक संस्थान, कृषि मशीनरी सब समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल और केंद्र की सरकार किसान विरोधी होने के साथ-साथ एकतरफा निर्णय लेने वाली
सरकारें हैं।