काम क्रोध लोभ मनुष्य के सबसे बड़े शत्रु

राजीव चाैधरी। गगल

काम क्रोध लोभ और मनुष्य के सबसे बड़े शत्रु हैं। इसलिए मनुष्य को हमेशा इन शत्रुओं से बच कर रहना चाहिए और काम काे पास नहीं फटकने देना चाहिए। यह अनमोल वचन आज मंगलवार को गांव सहोड़ा में शिव बाड़ी मंदिर में 3 मार्च से चल रही श्रीराम कथा में प्रदान करते हुए वृंदावन से आए आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि दीन-दुखियों की सेवा ही वास्तव में प्रभु की सबसे बड़ी शक्ति है।

इसलिए इंसान को हमेशा निर्धन असहाय बेसहारा लोगों की यथासंभव सहायता करते सत्संग की जानकारी देते हुए आयोजन कमेटी के प्रधान चुन्नीलाल और अन्य मेंबरों टेकचंद, दीनानाथ, दलजीत मसंद, करण सिंह, भगवान दास, मखोली राम, दलजीत, वरयाम सिंह, नरेंद्र सिंह, अश्विनी, राकेश कुमार, ओम प्रकाश, महिंद्र, सुरेंद्र शर्मा व पूर्व प्रधान विजय कुमार ने बताया कि रामकथा में सहोड़ा के साथ-साथ और भी क्षेत्राें से और गांवों से हजारों लोग कथा में शामिल होकर ज्ञान का रसपान कर रहे हैं। उन्होंने बताया राम कथा का समापन 12 मार्च को होगा तथा भंडारे का आयोजन 13 मार्च को किया जाएगा।