महामारी से लड़ने की बजाए आपस में ही लड़ रहे भाजपाई

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। हमीरपुर

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर तथा अन्य भाजपा नेताओं द्वारा स्वस्थ्य विभाग में हुए घोटाले के संदर्भ में कांग्रेस पार्टी के नेताओं के प्रति की जा रही बयानबाजी को “उल्टा चोर कोतवाल को डांटे” वाली कहावत को चरितार्थ करने वाला करार देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा मुख्यमंत्री द्वारा कांग्रेस पार्टी के तथाकथित 12 करोड़ के बिल को लेकर की गई टिप्पणी स्वास्थ्य विभाग में उनकी सरपरस्ती में हुए घोटाले से हुई फजीहत की झुंझलाहट को प्रदर्शित करती है।

प्रदेश के कुछ भाजपा नेताओं और विधायकों द्वारा कांग्रेस नेताओं पर संकट के समय में राजनीति करने के आरोपों का जबाब देते हुए कौशल ने कहा कि राजनीति तो भाजपा के अंदर हो रही है और महामारी से लड़ने की बजाए भाजपाई आपस में ही भीड़ रहे हैं, भाजपा के विधायक और नेता अपनी पार्टी आलाकमान को पत्र लिख एक दूसरे के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं तथा सरकार में मंत्री पद प्राप्त करने के चक्कर में एक दूसरे को निपटाने में लगे हैं।

भाजपा में व्याप्त आंतरिक द्वंद्व के चलते मुख्यमंत्री और सरकार का पूरा फोकस महामारी से त्रस्त जनता की सुध लेने की बजाए आपसी झगड़ों को निपटाने पर है, जो नेता कांग्रेस नेताओं के भ्र्ष्टाचार में संलिप्त होने तथा उनके जमानत पर होने की बात कर रहे हैं, उनको ज्ञात होना चाहिए कि केंद्र की भाजपा सरकार ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एक राजनीतिक षड्यंत्र के तहत यह केस बनाए हैं और यह मामले माननीय अदालतों के विचाराधीन हैं और जब निर्णय आएगा स्वंय दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा, ऐसे नेताओं को बंगारू लक्ष्मण और जूदेव जैसे अपने शीर्ष नेताओं का स्मरण भी कर लेना चाहिए। प्रेम कौशल ने कहा कि भाजपा सरकार के तीन वर्ष का निराशाजनक कार्यकाल पूर्ण होने वाला है और जो कांग्रेस नेताओं पर भ्र्ष्टाचार को लेकर तथ्यविहीन टिप्पणियां कर रहे हैं, वह अपने गिरेबान में भी एक नजर झांक कर देख लें, क्योंकि जो गोलमाल चल रहा है, उसके विषय में वह इस गलतफहमी में न रहें कि वह किसी को नजर नहीं आ रहा।