प्रभावितों को झूठे आश्वासन देकर जख्मों पर नमक छिड़क रही भाजपा : अजय महाजन

विनय महाजन। नूरपुर

नूरपुर फोरलेन परियोजना के प्रभावितों के लिए विपक्ष द्वारा आवाज उठाए जाने तथा अतीत में कुछ न कर पाने के वन मंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने बुधवार को राजा का बाग में संवाददाता सम्मेलन के दौरान जबाव देते हुए कहा कि वन मंत्री राकेश पठानिया अपनी नाकामी को छुपाने के लिए ठीकरा दूसरों पर फोड़कर अपनी लचर कारगुजारी की असफल कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वन मंत्री आरोप लगाने से पहले अपने गिरेवान में झांककर देखें कि पौने चार वर्षाें की लंबी अवधि के दौरान अपने हकों की लड़ाई लड़ रहे नूरपुर क्षेत्र के हजारों प्रभावितों को झूठे आश्वासन देकर उनके जख्मों पर नमक ही छिड़का और किसी भी उचित प्लेटफार्म पर प्रभावितों की खातिर एक बार भी मुहं नहीं खोला, जबकि प्रभावित लोग और संघर्ष कर रही समितियां अनेकों बार आपके पास अनेकों बार चक्कर काटे महाजन ने कहा कि वन मंत्री पांच वर्ष पूर्व में उनके विधायक कार्यकाल में परियोजना का प्रारूप बदलने का उल्लेख कर सवाल खड़े कर रहे हैं, तो उस समय तो यह मात्र परियोजना की अभी सुगबुगाहट ही शुरू हुई थी, जबकि सारी प्रक्रिया और मुआवजों का प्रारूप तो आपके ही कार्यकाल में तय किया गया।

महाजन ने कहा कि प्रभावित हो रहे दर्जनों कस्बों के लोग और संघर्ष समितियों के पदाधिकारी तत्कालीन सांसद शांता कुमार से मिले थे और कंडवाल से बौड़ तक बाईपास बनाने का अहम सुझाब भी दिया गया था, जिससे न तो लोग विस्थापित होते और न ही लोगों का कारोबार उजड़ता, लेकिन इस बात पर भी किसी ने महाजन ने पठानियां ने जानना चाहा कि अभी हाल ही में भूमि अधिग्रहण एक्ट 2013 के प्रावधानों को ताक पर रखकर प्रभावितों को 1956 के एक्ट के तहत नाममात्र मुआवजा थमा दिया गया, तो सरकार का अहम अंग होने के नाते उन्होंने इस अन्याय के खिलाफ क्यों मुहं नही खोला, जबकि नूरपुर क्षेत्र के ही करीब चार हजार लोग प्रभावितों की संख्या में शामिल हैं।

महाजन ने कहा कि कुछ माह पहले वन मंत्री ने सड़क की चौड़ाई 35 से घटाकर 28 मीटर करवाने और परियोजना में एक प्रोजेक्ट एक रेट दिलवाने और ऐसा न कर पाने की स्थिति में इस्तीफा देने का झूठा आश्वासन क्यों दिया था, जबकि अनेक प्रभावितों को विभिन्न आवार्डों के तहत बहुत कम मुआवजा मिला है। महाजन ने दो टूक कहा कि वन मंत्री अपनी नाकामियों का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने से बाज आएं आखिर हर बार झूठ बोलकर आप जनता को कब तक मूर्ख बनाते रहोगे।