वितीय लाभाें काे लेकर बोर्ड प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

प्रदेश विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ ने सांझा प्रेस नोट जारी किया, जिसमें 25 सितंबर हो प्रदेश कार्यलय में हुई आपात बैठक। इसमें हाईकोर्ट द्वारा दिए फैसले में जिसके अनुसार सहायक अभियंता बनने के लिए स्पेशल फोरमैन से सेनोरिटी के आदेश पर निदेशक (कार्मिक) ने जो आदेश जारी किए हैं, जिसका श्रेय कुछ तथाकथित संगठन ले रहे हैं, जबकि यह आदेश कोर्ट के द्वारा कुछ कर्मचारियों के पटीशन से हुआ है। बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा सब स्टेशन के जो पद खत्म किए गए हैं व पदोन्नति में जो ठहराव आया है, उसके बारे में विस्तार से चर्चा की गई।

तकनीकी संघ ने तकनीकी कर्मचारी संघ के अधिवेशन में तत्काल ऊर्जा मंत्री के द्वारा की गई घोषणाओं को पूरा न करने व मानी गई मांगों व संघ द्वारा कर्मचारियों को वितीय लाभ जो दिलाएंगे गए हैं, उनके आदेश न करने के बोर्ड प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही बैठक में संघ ने यह फैसला लिया है कि बोर्ड फोरमैन से सहायक अभियंता बनने व स्पेशल फोरमैन बनने की ऑप्शन रखें। स्पेशल फोरमैन को सहायक अभियंता के समकक्ष का दर्जा दें। प्रदेश पधिकारियों का प्रितिनिधिमंडल हिमाचल प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी को प्रदेश सचिवालय में मिला व विस्तार पूर्वक अपनी मांगों को रखा, जिसमें विभिन्न तकनीकी श्रेणियों में ग्रेड पे में भिन्नता व जिन श्रेणियों को मोबाइल भत्ता नहीं मिल रहा।

उन्हें भत्ता देना, जूनियर टी मेट व हेल्पर से जूनियर पदनाम हटाना, आईटीआई रहित सब स्टेशन कर्मचारी की पदोन्नति समयसीमा 7 वर्ष करना, नई भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाना, बोर्ड में लगे कंप्यूटर ऑपरेटर के पदोन्नति नियम बनना, आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाना व विशेष तौर पर जो जूनियर टी मेट व हेल्पर जिला से बाहर है उन्हें उनके गृह व जिला में पोस्टिंग करना आदि शामिल हैं। ऊर्जा मंत्री हिमाचल प्रदेश ने संघ को आश्वासन दिया है कि जल्द ही बोर्ड प्रबंधक व स्वयं मैं आपके प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर हल करूंगा। तकनीकी संघ द्वारा हिमाचल उच्च न्यायलय द्वारा जो आदेश जारी किए गए हैं कि विद्युत कर्मी संगठन धरना प्रदर्शन नहीं कर सकता। यह पूर्ण रूप से अन्याय है, तकनीकी कर्मचारी संघ उच्च न्यायालय के इस फैसले पर अपना पक्ष रखेगा, जिसको लेकर का कानूनी सलाह व मशवरा करके माननीय न्ययालय में एक अपील दायर की जाएगी।

इस फैसले से बोर्ड प्रबंधक वर्ग व अधिकारी मनमानी करेंगे व कर्मचारियों के हितों से खिलवाड़ करेंगे व कर्मचारियों पर दबाब बनाएंगे, तकनीकी कर्मचारी संघ ने कर्मचारियों की मांगों को मनवाने के लिए अब तक जितने भी धरना प्रदर्शन किए हैं, वह शांतिपूर्ण हुए है। क्योंकि तकनीकी कर्मचारी संघ राष्ट्र विचारधारा से जुड़ा संगठन है।

इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दूनी चंद ठाकुर, महामंत्री नेकराम ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मदन ठाकुर, पूर्ण वर्मा, मेहर सिंह वर्मा, यूसुफ खान, कार्यकारी अध्यक्ष लक्ष्मण कपटा, संगठन सचिव उत्तम चंद, संगठन मंत्री सालिग राम, मुख्य सलाहकार सुरेंदर पराशर, प्रेस सचिव अनिल सकलानी, वित्त सचिव रणवीर ठाकुर, मीडिया प्रभारी जय कृष्ण मौजूद रहे। इस बैठक में विशेष रूप से भारतीय मजदूर संघ के उपाध्यक्ष विद्युत प्रभारी मोहन लाल ठाकुर मौजूद रहे।