फतेहपुर उपचुनाव में मुकाबला दिलचस्प: भाजपा के पंकज हैप्पी और कांग्रेस के भवानी पठानिया के बीच हो सकती है कांटे की टक्कर

डॉ. राजन सुशांत का भी पलड़ा दिन प्रतिदिन हो रहा मजबूत

अरूण पठानिया । रैहन

हिमाचल प्रदेश को अनलॉक होते ही राजनीतिक की सरगर्मियां ने अपनी रफ्तार पकड़ ली हैं। हिमाचल में तीन जगह पर उप चुनाव होने हैं मंडी में लोकसभा का , जुब्बल कोट खाई व फतेहपुर में विधानसभा चुनाव होना है। सूत्रों की माने तो सबसे हॉट फतेहपुर की मानी जा रही है । क्योंकि तीन बार भाजपा फतेहपुर में औधें मुंह गिर चुकी है । वर्ष 2009 से फतेहपुर में कांग्रेस का कब्जा रहा था स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया ने फतेहपुर से ही तीन बार अपनी जीत की हैट्रिक लगाई थी। बर्ष 2009 में भाजपा ने बलदेव चौधरी , 2012 में बलदेव ठाकुर , 2017 में कृपाल परमार को भाजपा की टिकट देकर प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा था तीनो बार ही स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया ने विजय दर्ज कर सीट को कांग्रेस की झोली में डाला था।

कृपाल परमार के साथ साथ प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य बलदेव ठुकर , भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष और कांगड़ा – चम्बा लोकसभा संसदीय क्षेत्र के प्रभारी पंकज हैप्पी भी टिकट के सशक्त दावेदार माने जा रहें हैं । बलदेव ठाकुर ने बर्ष 2017 में आजाद चुनाव लड़ा था तो लगभग 12 हज़ार वोट अपने खाते में डाले थे । वही दूसरी और पंकज हैप्पी एक्स सर्विस मैन के साथ साथ युवा , आरएसएस व बजरंग दल में भी पकड़ मजबूत होने के कारण क्षेत्र के युवाओं में भी काफी अच्छी पैठ दिखती हुई नजर आ रही है। सोशल मीडिया पर भी पंकज हैप्पी काफी सुर्खियों में नजर आ रहे हैं । भाजपा अगर पंकज हैप्पी को टिकट देकर प्रत्याशी बना कर उतारती है तो फतेहपुर में निश्चित तौर पर ही समीकरण बदल जाएंगे। क्योंकि स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया के बेटे भवानी सिंह पठानिया बड़ी रफ्तार से फतेहपुर की पूरी विधानसभा में अपना जाल बिछा रहे हैं । सोशल मीडिया के साथ साथ गाडिय़ों व लडक़ों की जेब पर भी जय भवानी के स्टिकर नजर आ रहे हैं । कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने भवानी को टिकट देने का विरोध भी था लेकिन सूत्रों की माने तो भवानी सिंह पठानिया ही कांग्रेस के उम्मीदवार होने की संभावना जताई जा रही है। भाजपा अगर टिकट आबंटन में जरा सी भी चूक करती हैं । तो मुशिकले खड़ी हो सकती हैं । भाजपा की तरफ से पंकज हैप्पी और कांग्रेस की तरफ से भवानी सिंह पठानिया दोनों युवा नेता और कांटे की टक्कर का मुकाबला माना जा रहा है।

पूर्व मंत्री व सांसद राजन सुशांत पिछले कई महीनों से जनता के साथ जुड़े हुए हैं। ओपीएस, पोंग डैम विस्थापितंो , बेरोजगारी आदि समस्याओं को लेकर फतेहपुर में पिछले तीन माह से लगातार धरना चलता आ रहा है। इस उप चुनाव में राजन सुशांत का पलड़ा भी दिन प्रतिदिन भारी होता जा रहा है। लगातार लोगों की समस्याओं को सुलझाने में लगे हुए हैं।