कैप्टन पराशर ने धवाला मेंं हृदय रोगी को पहुंचाई राहत की सांस

ज्वालामुखी क्षेत्र के धवाला गांव में रात को एक घंटे के भीतर दिया ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

कैप्टन संजय द्वारा हृदय रोगियों व कोरोना संक्रमित मरीजों तक बिना देरी किए ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर पहुंचाने की मुहिम निरंतर जारी है। निस्संदेह यह व्यवस्था सांस लेने में दिक्कत आने वाले मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। एक फोन कॉल पर ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर उपलब्ध करवाने के लिए पराशर की टीम भी जी जान लगा देती है और यह भी बड़ा कारण है कि कई लोगों की जिंदगी की सांसों की डाेर को थामने में निश्चित तौर पर ये आॅक्सीजन कंस्ट्रेटर मददगार बने हैं। पिछले दस महीनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की हर हाल में मदद करने के संकल्प पर संजय काम कर रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के अलावा हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को भी एक फोन कॉल पर यह मशीन उपलब्ध करवाई जा रही है। पराशर ने बुधवार रात को ज्वालामुखी क्षेत्र के धवाला गांव में ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर भेजने की व्यवस्था की, जहां हृदय रोग से पीड़ित मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और उनकी हालत बिगड़ रही थी। अब मरीज लश्करी राम के स्वास्थ्य में सुधार होता बताया जा रहा है।

दरअसल संजय पराशर कोरोना की दूसरी लहर से लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाते रहे हैं। करोड़ों रूपए की दवाईयां स्वास्थ्य विभाग को सौंपने के बाद उन्हाेंने 37 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर विदेश से आयात करवाए थे। वहीं, पराशर को नैशनल यूनियन ऑफ सीफेर्रस आॅफ इंडिया (नूसी) ने भी दो ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर भेजे। अब भी 32 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर मरीजों के घरों में रखे हुए हैं और मरीजाें को राहत की सांस पहुंचा रहे हैं। शेष मशीनों को जरूरत पड़ने पर दो घंटे के भीतर मरीज के घर तक पहुंचाने की व्यवस्था पराशर द्वारा की गई है। पराशर की टीम के 60 प्रशिक्षित सदस्य ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर बैंक का सिस्टम देखते हैं।

इसी बीच बुधवार रात पौने नौ बजे धवाला गांव से अंजना कुमारी ने पराशर को फोन पर बताया कि वह आशा वर्कर है और जसवां-परागपुर से सहयोगी कार्यकर्ता ने उनका नबंर दिया है। बताया कि उनके ससुर लश्करी राम को सांस लेने में दिक्कत हो रही है और तबीयत लगातार बिगड़ रही है। इसके तुरंत बाद कैप्टन संजय की टीम धवाला में मरीज के घर रिकार्ड एक घंटे के अंतराल में पहुंच गई। आॅक्सीमीटर से जांच करने पर पता चला कि मरीज का ऑक्सीजन लेबल घट कर मात्र 53 रह गया है। टीम ने तुरंत आक्सीजन कंस्ट्रेटर लगाया और उसके बाद लश्करी राम की सेहत में सुधार होता दिखा। लश्कारी राम की पत्नी कमला देवी ने कहा कि विपदा की घड़ी में कैप्टन पराशर ने बेहद कम समय में यह व्यवस्था की, जिसके लिए उनका परिवार संजय का आभारी रहेगा। वहीं, संजय पराशर ने कहा कि कोरोना से अपनो को बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। बताया कि यह अभियान जारी है और मरीजों के घरों तक ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर पहुंचाने की निशुल्क व्यवस्था की जाती है।