कैप्टन संजय पराशर शांतला में खालेंगे लघु उद्याेग

लघु उद्योग में मर्चेंट नेवी के नाविकों की यूनीफॉर्म बनेगी

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए कैप्टन संजय पराशर की मुहिम जारी है। जसवां.परागपुर क्षेत्र के स्वाणा गांव में स्थापित किए गए लघु उद्योग की सफलता के बाद अब रक्कड़ तहसील के शांतला में भी ऐसा उद्योग लगाया जा रहा है। इसी महीने लघु उद्योग का उद्घघाटन किया जाएगा। इस लघु उद्योग में मर्चेंट नेवी के नाविकों की यूनीफॉर्म बनेगी। बकायदा स्थानीय युवाओं को इस कार्य को सिखाने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ की भी नियुक्ति की जाएगी। संजय पराशर ने स्वाणा में इसी वर्ष जून माह के अंतिम सप्ताह में लघु उद्याेग लगाया था है और प्रारंभिक चरण में छह मशीनों के साथ कच्चा माल भी उपलब्ध करवाकर दिया। अब पांच माह बाद स्थिति यह है कि कारीगरों के साथ गांव में इस काम को छह महिलाएं पूरी तरह से सीख गई हैं और वहां पर विभिन्न शिपिंग कंपनियों के बॉयलर सूट्स तैयार हो रहे हैं। बड़ी बात यह भी है कि अब इस परिसर में रोजाना पचास से साठ यूनिफार्म तैयार होने लगी हैं। महिलाओं की इस काम में दिलचस्पी को देखते हुए जल्द ही और मशीनें भी मंगवाई जा रही हैं। महिलाओं को घर.द्वार पर ही रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं।

वहीं, पीरसलूही पंचायत के शांतला गांव में भी लोकेशन फाइनल कर ली गई है अौर पराशर ने जल्द ही लघु उद्योग स्थापित करने का निर्णय लिया है। लघु उद्योग के लिए नवीनतम तकनीक वाली मशीनें मंगवाई गई हैं ताकि कम समय में यूनिफॉर्म व अन्य सामान गुणवता के साथ तैयार हो सके। इस उद्योग में सीधे महिलाओं व युवाओं को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। पनूणी पंचायत के उपप्रधान तिलक राज और पीरसलूही पंचायत के पूर्व प्रधान संसार चंद मेहता का कहना है कि संजय पराशर के विजन के वे कायल हैं। विशेष रूप से शिक्षा व रोजगार के क्षेत्र में पराशर जो कार्य कर रहे हैं, उसकी हर तरफ सराहना हो रही है। प्रसन्नता की बात है कि शांतला में भी स्थानीय लोगों को ही रोजगार मिलेगा। वहीं, कैप्टन संजय ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के साधन न के बराबर हैं। यवुाओं को मजबूरी में अपने गांवों से पलायन करना पड़ता है।

जब कोरोनाकाल के बाद उन्होंने ग्रामीणों के हालात देखे तो पाया कि कई लोगों को रोजगार से हाथ धोना पड़ा और यहां कृषि योग्य भूमि भी ऐसी नहीं कि परिवारों का गुजारा हो सके। इसी बात को ध्यान में रखते हुए वह युवाओं को रोजगार देने का प्रयास कर रहे हैं। स्वाणा गांव में पहला लघु उद्योग लगाया गया, जोकि स्थानीय स्तर पर रोजगार दिलाने में एक मील का पत्थर साबित होने लगा है। कहा कि ऐसा ही लघु उद्योग शांतला में भी स्थापित किया जा रहा है। लघु उद्योग के तकनीकी संचालक रियाज ने कहा कि कैप्टन संजय पराशर के सौजन्य से शांतला में शीघ्र ही आधुनिक मशीनें लगा दी जाएंगी और इसी महीने उद्याेग को खोल दिया जाएगा।