पारंपरिक रीति-रिवाजों एंव हर्षोल्लास के साथ मनाया भाई दूज का त्याेहार

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। साेलन

भाई दूज का त्याेहार सोलन जिला मे भी बडे़ हर्षोउल्लास व धार्मिक भावना के साथ मनाया गया। बहनों ने अपने भाई की कुमकुम, दीपक व फूल इत्यादि से विधि पूर्वक पूजा कर उनकी दीर्घायु एवं खुशहाली की कामना कर अपने भाईयों को उपहार भेंट किए। इस त्यौहार पर घरों में पारंपरिक व्यंजन बनाए गए व भाई-बहनों ने एक साथ भोजन कर इस रिश्ते को यू ही बनाये रखने की कामना की। भाई दूज का त्योहार कार्तिक मास की द्वितीया को मनाया जाता है। भैया दूज को भ्रातृ द्वितीया भी कहा जाता हैं।

इस पर्व का प्रमुख लक्ष्य भाई-बहन के पावन संबंध व प्रेमभाव बनाए रखना है। इस दिन बहनें बेरी पूजन भी करती हैं। जिला में इस दिन खूब रौनक दिखी व लोगों ने इस पर्व को हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया । एक दूसरे को मिठाई बांट कर इस प्यार को अजर अमर बने रहने की कामना की। इस दिन को यम द्धितीया के नाम से भी जाना जाता है। बहनें इस दिन अपने भाईयों की दीर्घआयु व खुशहाली की कामना करती है। वृद्धावन में इस त्याेहार की धूम अलग ही देखने को मिलती है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन यमुना जी में भाई बहनों के स्नान का विशेष महत्व है।

इस दिन भाईयों को अपने बहन के घर जाना चाहिए। यदि भाई व बहन यमुना जी में इस दिन स्नान करते हैं, तो उन्हें यम की त्रासदी नहीं सताती है। यदि ऐसा नहीं कर पाते तो बहन के घर स्नान करने का भी महत्व इस दिन है। इस पावन मौके पर बोलते हुए भाईयों एंव बहनों ने बताया कि उन्हें इस भायै दूज के त्याेहार का बेसबरी से इंतजार रहता है। आज भाई दूज के त्याेहार पर बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि हमने आज इस त्याेहार पर अपने भाइयों को तिलक लगाया और उन्हें अपनी पंसद का उपहार भेंट किया।

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके भाई ने भी उन्हें पैसे देकर उनके उपहार को पंसद किया। इस पावन मौके बोलते हुए भाईयों एंव बहनों ने बताया कि उन्हें इस भाई दूज के त्याेहार का बेसबरी से इंतजार रहता है। आज भायै दूज के त्याेहार पर बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि हमने आज इस त्याेहार पर अपने भाइयों को तिलक लगाया और उन्हें अपनी पंसद का उपहार भेंट किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके भाई ने भी उन्हें पैसे देकर उनके उपहार को पंसद किया।