दो सरकारी स्कूलाें में बनाए डीएलएड के पेपराें के सेंटर

एसके शर्मा। हमीरपुर

शिक्षा बोर्ड हिमाचल प्रदेश द्वारा जिला हमीरपुर के उपमंडल बड़सर में दो सरकारी स्कूल बड़सर व बणी को डीएलएड पेपर के लिए सेंटर बनाया गया है। राजकीय बरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बड़सर व बणी में रविवार दिन डीएलएड का पेपर दिया जाएगा, जिसमें बड़सर सेंटर में 160 व बणी में 99 बच्चे डीएलएड का पेपर देंगे। समयसारिणी सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक है। कोरोना महामारी के चलते मास्क, सामाजिक दूरी, हैंडवॉश व सेनेटाइजर का इस्तेमाल विशेष रूप से करना अनिवार्य रहेगा।

जानकारी के लिए बता दें कि पहले यह डीएलएड का पेपर 12 जुलाई को होना था, लेकिन अब इसे 19 जुलाई को करवाया जा रहा है। डीएलएड का पेपर देने के लिए कल 259 बच्चे बड़सर पहुंचेंगे, लेकिन इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को भी नहीं है। सेंटर स्कूलों में शिक्षा बोर्ड द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग करने की बात की जाती है, लेकिन मशीने उपलब्ध नहीं हैं। जिन डैस्क या चटाई के ऊपर बैठकर बच्चे पेपर देंगे, उन्हें डेढ़ से दो महीने पहले पंचायतों द्वारा सैनिटाइज किया गया है। उन्हें बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से दोबारा सैनिटाइज करना शिक्षा विभाग ने जरूरी नहीं समझा।

मतलब बच्चों के भविष्य को देखते हुए किसी तरह पेपर करवाना है। सुरक्षा व सावधानी का कोई महत्व नहीं। एक तरफ प्रदेश सरकार केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश पीजी अध्ययन प्रवेश परीक्षा रद्द करवा दी। वहीं, डीएलएड परीक्षा करवाने की मंजूरी दे दी है। कोरोना महामारी के चलते जरूरी परीक्षाएं नीट व जेईई पोस्टपोंड किए गए हैं। सभी शिक्षक संस्थान बंद किए गए हैं। वहीं, शिक्षा बोर्ड चेयरमैन सुरेश सोनी ने बताया कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए पेपर जरूरी है।

बच्चों को आगे एडमिशन लेने के लिए नहीं तो समस्या उत्पन्न हो सकती है। प्रदेश में लगभग 140 सेंटरों में परीक्षा करवाई जा रही है। वैसे भी अनलॉक 2 चला हुआ है और सरकार द्वारा पेपर करवाने पर कोई मनाही नहीं है। कंटेन्मेंट जॉन में कोई भी सेंटर नहीं बनाया गया है। सोशियल डिस्टेंस, सैनिटाइजर, हैंडवॉश के लिए राशि उपलब्ध करवा दी गई है। थर्मल स्क्रीनिंग भी सबकी की जाएगी। एक कमरे में 20 से ज्यादा बच्चे बैठकर परीक्षा नहीं देंगे।

उन्होंने बताया कि कोरोना को हावी नहीं होने देना है। उनके अनुसार 8 मई को भी उन्होंने पेपर करवा दिया है। सावधानी सबको बरतनी होगी। वहीं, स्कूल प्रिंसिपल बणी सुदर्शन शर्मा ने बताया कि 99 विद्यार्थी परीक्षा देंगे व बड़सर जगदेव ने बताया कि 160 बच्चे डीएलएड की परीक्षा देने पहुंचेंगे। जिन डेस्कों या दरियों के ऊपर बच्चे बैठेंगे उन्हें डेढ़ से दो महीने पहले पंचायत द्वारा सैनिटाइज किया गया है।

बोर्ड की तरफ से सैनिटाइजर व हैंडवॉश दिया गया है। थर्मल स्क्रीनिंग उन्हें उपलब्ध नहीं करवाई गई है।
उधर, एसडीएम बड़सर प्रदीप कुमार ने बताया कि डीएलएड पेपर बारे उन्हें बोर्ड द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है। इसलिए वह इस बारे ज्यादा नहीं बता पाएंगे।