राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष ने की नालागढ़ के जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के साथ की बैठक

सुरिंद्र सिंह साेनी। नालागढ़

बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के बद्दी स्थित हाॅल में विकास खण्ड नालागढ़ के जिला परिषद सदस्यों, पंचायत समिति के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष तथा सदस्यों, कुछ ग्राम पंचायतों के प्रधानों तथा नगर परिषद परवाणू, बद्दी एवं नालागढ़ के कार्यकारी अधिकारी व अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के साथ बैठक का आयोजन किया गया और उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों के सुझाव भी सुने। बैठक की जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा की उनके द्वारा हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों के अलग-अलग स्थानों का दौरा किया जा रहा है।

वहां के बीडीसी, जिला परिषद और नगर परिषद के चेयरमैन व वाइस चेयरमैन और कुछ चुनिंदा प्रधानों के साथ मिलकर आने वाले समय में क्षेत्र के विकास के लिए उनके क्या क्या सुझाव है, जिससे जनप्रतिनिधियों को क्षेत्र के विकास में कोई बाधा न उत्पन्न हो सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि इन सुझावों को वह प्रदेश सरकार के समक्ष रखेंगे, ताकि समस्याओं का हल निकाला जा सके। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा अभी तक 3 जिलों में यह कार्यक्रम किया जा चुका हैं।

इनमें चंबा, किन्नौर, ऊना और आज चौथे जिला में यह बैठक आयोजित की गई है और आज जो भी सुझाव जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए हैं। उन्हें प्रदेश सरकार के समक्ष रखा जाएगा और समस्याओं को निपटाने की कोशिश की जाएगी। वहीं, नालागढ़ ब्लॉक से पंचायत प्रधान एसोसिएशन के प्रधान पुनीत शर्मा ने पंचायत सत्तर पर आ रही समस्याओं को सतपाल सिंह सत्ती के समक्ष रखी उन्होंने कहा कि पंचायतों में टेक्निकल असिस्टेंट की कमी के चलते पंचायत के विकास कार्यों में काफी समय लगता है और मनरेगा के तहत जो भी कार्य किया जाता है, उसकी सामग्री का भुगतान समय पर न होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

वहीं, पंचायत में जो भी फंड आता है, उसे बिना एस्टीमेट के पंचायत को न दिया जाए, ताकि विकास कार्यों में पैसे की कमी ना आ सके। वहीं, नालागढ़ नगर परिषद के वार्ड-8 के पार्षद सेहज शर्मा ने सतपाल सत्ती के समक्ष नालागढ़ नगर परिषद में पिछले 10 वर्षों में हुए विकास कार्यों की विजिलेंस जांच की मांग उठाई उनका कहना है कि नालागढ़ नगर परिषद में पिछले 10 वर्षों में जितने भी विकास कार्य हुए हैं, उनमें कई तरह की धांधली हुई है।