सीएम जयराम ने रखा हिमाचल का सबसे शानदार बजट : विश्च चक्षु

उज्जवल हिमाचल। धर्मशाला

हिमाचल प्रदेश सरकार के 2022-23 बजट मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा घोषित अब तक का राज्य का सबसे शानदार बजट है। मुख्यमंत्री के मीडिया कोर्डिनेटर विश्व चक्षु ने वर्चुअल जनसंवाद के बाद आज धर्मशाला में कहा कि बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। इतना ही नहीं पहली बार ऐसा बजट प्रस्तुत किया गयाए जिसमें हिमाचलवासियों की सहभागिता प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिल रही है। प्रदेश सरकार ने बजट से पहले ही राज्य के आम लोगों तक के सुझावों के आधार पर बजट तैयार किया। सीएम मीडिया कोर्डिनेटर इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि बजट प्रस्तुत करने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य भर के लोगों से वर्चुअल जनंसवाद किया।

साथ ही उन्होंने बजट में लोगों के सुझावों पर ओर भी कई बड़ी घोषणाएं जोडऩे व पहाड़ी राज्य के लोगों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए जुड़ाव करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि सरकार लोगों की सहभागिता से बजट बना रही है, बजट प्रस्तुत करने के बाद फिर जनता से संवाद कर उसमें ओर अधिक बेहतर करने का प्रयास में डटी हुई है। अब तक सदन के अंदर ही बजट प्रस्तुत हुएए और लोकतंत्र को प्रत्यक्ष रूप से शामिल होने का मौका ही नहीं मिल पाया। विश्व चक्षु ने कहा कि हिमाचल सरकार व सीएम जयराम ने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में देवभूमि हिमाचल से एक नया उदाहरण देश ही नहीं विश्व के समक्ष रखा है।

मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक विश्व चक्षु ने कहा कि बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा है। बजट में छात्रों की छात्रवृत्ति को बढ़ाया गयाए इससे 30 हजार विद्यार्थियों को सुविधा मिलेगी। जबकि पूर्व सैनिकों और घायल होने से नौकरी से आये सैनिकों के आश्रितों की छात्रवृत्तिए जिसे करीब तीन दशकों से बढ़ाया नहीं गया था, उसे बढ़ाया गया है। साल में 12 हजार से अधिक आवेदकों को घर सहित सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वृद्धि की गई है। वहीं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सहायकों, आशा वर्कर, मिड-डे मील वर्कर, सिलाई अध्यापिकाओं, शिक्षा विभाग के जल वाहकों, जल रक्षक, एमपीडब्ल्यू, पैरा फिटर, पम्प ऑपरेटर, देहाड़ीदारों, आउट सोर्स कर्मियों, पंचायत चौकीदार, राजस्व चौकीदार, राजस्व लम्बरदार, आईटी अध्यापकों का मानदेय बढ़ाया गया है, जबकि प्रवक्ता स्कूल न्यू को प्रवक्ता स्कूलए जबकि शास्त्री और भाषा अध्यापकों को टीजीटी का पदनाम दिया गया है। इसके अलावा किसानों और बागवानों के लिए बजट में विभिन्न योजनाओं के तहत लाभ दिया गया है। पर्यटन के क्षेत्र में ट्रेकर इन्फॉर्मेशन पोर्टल और ड्रोन प्रशिक्षण के लिए विशेष योजना तैयार होने में तकनीक के माध्यम से कार्य करने की शुरुआत होगीए जो कि पहाड़ी राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।