सीएम बताएं भ्रष्टाचार के मालमों का सौदागर काैन : अग्रिहोत्री

पूजा शांडिल्य। ऊना

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक के लेन-देन मामले में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से प्रश्न किया है कि वे बताएं कि इस भ्रष्टाचार के मामले का सौदागर कौन है। शनिवार को जारी बयान में मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग घोटालों का अड्डा बन गया है। ऐेसे में निदेशक व एक बिचौलिए का ऑडियो वायरल होने के बाद ये साफ हो गया है कि प्रदेश की जयराम सरकार भ्रष्टाचार का संरक्षण कर रही है और भाजपा के नेता इसमें शामिल है। मुकेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को बताना चाहिए कि वे कौन से भाजपा के नेता है, जिन्होंने निदेशक की सेवाएं बढ़ाई और जो व्यक्ति निदेशक से बात कर रहा है, उसके किस भाजपा नेता के साथ संबंध है और कब से हैं।

मुकेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने लगातार घोटालों की बात हमने उठाई है और आज कांग्रेस की बात सच हो रही है। उन्होंने कहा कि कोविड की आड़ में हो रही खरीद पर भ्रष्टाचार की उंगुलियां उठ गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग में कोरोना को लेकर जो खरीद हुई है, उनकी सभी की जांच होनी चाहिए। मुकेश ने कहा कि सरकार को ये भी बताना चाहिए कि किस भाजपा नेता का इसमें हाथ है और किस नेता के साथ लगे सरकारी कर्मचारियों को हटाया गया है। उन्होंने कहा कि जब नेता के पास कोई सरकारी पद नहीं है, तो किस मेहरबानी के तहत सरकारी कर्मचारी तैनात किए गए थे। उन्होंने कहा कि सेनेटाइजर खरीद की विजिलेंस जांच हो रही है। भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के ऊपर भ्रष्टाचार के नए रिकॉर्ड बना रही है। अभी तो कुछ मामले ऐसे है, जो सामने नहीं आए। मुकेश ने कहा कि दवाईयों की खरीद एक बड़ा घोटाला है और इसकी आवाज विस में कांग्रेस ने उठाई है।

उन्होंने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर यदि सच्चाई से पर्दा उठाने के लिए जांच करवाना चाहते है, तो पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश करने चाहिए, ताकि सरकार के दवाब में मामले को दबाया न जा सके। मुकेश ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर बताएं कि आम जनता के लिए क्या योजना प्रदेश सरकार के पास है। उन्होंने कहा कि आम जन के साथ संकट के समय भाजपा सरकार खड़ी नजर नहीं आ रही है। यहीं कारण है कि जनता के दुख तकलीफ को हल करने के लिए कोई प्लान भाजपा सरकार के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि छोटे कामगारों व व्यापारियों के लिए अभी तक कोई आर्थिक पैकेज घोषित नहीं किया गया है। प्रदेश में सभी के तीन माह के बिजली के बिल, पानी व सरकारी व निजी स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालय की फीस माफी का एक मुश्त निर्णय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जितने भी सरकारी संपति में किराएदार बैठे हैं, उन सबका तीन माह का किराया माफ किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जयराम पहले ऐसे मुख्यमंत्री है, जो अपनी सोच व नीति से नहीं चल रहे, बल्कि दूसरी की बैसाखी के सहारे चल रहे है।

  • बिना देरी खोले अब धार्मिक स्थल

मुकेश ने कहा कि अब काफी समय हो गया है। धार्मिक स्थल बंद है। प्रदेश में अब दिशा-निर्देशों के साथ धार्मिक स्थलों को खोलने के निर्देश बिना देरी दिए जाने चाहिए। वहीं सभी धार्मिक स्थलों के बिजली व पानी के बिल भी माफ होने चाहिए।