जिला की सड़कों की हालत दयनीय, विभाग बेखबर

शैलेश शर्मा। चंबा

आजादी के वर्षों बाद भी चंबा जिला के कई ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की हालत दयनीय है कि इन सड़कों पर चलने के बाद यह पता लगा पाना मुश्किल हो जाता है कि सड़क है या फिर गड्ढों में सड़क पता ही नहीं लग पता है। चंबा मुख्यालय से मात्र पांच किलोमीटर दूर साथ लगते पॉश क्षेत्र घाघनी ग्रामीण क्षेत्र की बात करें, तो इस गांव के लिए पिछले कई वर्षों से कच्ची सड़क का निर्माण तो हो चूका हैं, पर वर्षों बीत जाने के बाबजूद भी आज तक इस सड़क पर किसी ने न तो टायरिंग की है और न ही सोलिंग का काम किया है। यहां रह रहे लोगों का कहना है कि गड्डों भरी सड़क पर गाड़ी तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल है।

चंबा के डिग्री कॉलेज के साथ बनी यह सड़क सीधे गांव घांगणी गांव को जोड़ती है और इस घांगणी गांव के जनसंख्या 500 से कहीं ज्यादा है, लेकिन यहां पर रह रहे लोगों का कहना है कि गांव को जाने वाला मार्ग बिलकुल कच्चा, बरसात के समय सड़क से निकलने वाला कीचड़युक्त पानी लोगों के घरों में जाता है, जिससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस संपर्क मार्ग को शीघ्र अतिशीघ्र बनाया जाए,ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। लोगों के अनुसार यह सड़क पिछले 30 वर्ष पहले की बनी थी और आज भी वैसी की वैसी ही है।

यंहा पर रहने वाले युवों का कहना है कि जब वह छोटे थेए तो इस सड़क को ऐसी ही हालत में देखा था और अब उनकी उम्र इस समय 33 वर्ष की हो चुकी है, तो भी वैसी की वैसी ही है। लोगों ने बताया कि कॉलेज के छात्र जब भी इस रस्ते से जाते हैगए तो कई बार तो गाड़ियों का सारा कीचड़ उनके ऊपर आकर गिरता है और वे बच्चे कॉलेज तक नहीं जा पते हैं। लोगों स्थानीय विधायक से गुहार लगाई है कि इस सड़क को जल्द से जल्द ठीक करवाएं और इस सड़क पर स्ट्रीट लाइटें लगवाने की भी मांग की है।