विधानसभा में हंसराज की भूमिका उपाध्यक्ष की कम बाउंसर की ज्यादा: विक्रमादित्य

कांग्रेस विधायक का जवाबी हमला, सभ्य भाषा का इस्तेमाल करने की दी सलाह

उज्जवल हिमाचल। शिमला

विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज व कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के बीच तू-तू मैं मैं लगातार जारी है। कांग्रेस के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हंसराज संवैधानिक पद पर हैं और हम उनके पद की गरिमा का सम्मान करते हैं, लेकिन जिस तरह से वह बयानबाजी कर रहे हैं वह किसी गली में रहने वाले की हैं। उन्होंने कहा कि हंसराज पहले भी अपनी इस प्रकार के आचरण के लिए जाने जाते हैं। वह विधानसभा में उपाध्यक्ष की भूमिका में कम और एक बाउंसर की भूमिका में ज्यादा नजर आ रहे हैं। उन्हें अपने पद की गरिमा का ध्यान रखते हुए सभ्य भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए।

पक्ष और विपक्ष के बीच में चल रहे गतिरोध पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज पूर्व में छह बार प्रदेश का नेतृत्व करने वाले वीरभद्र सिंह विधानसभा के बाहर धरने में शामिल हुए। ऐसे में मुख्यमंत्री व संसदीय कार्य मंत्री को इस गतिरोध को खत्म करने के लिए पहल करनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वह नहीं चाहते हैं की विपक्ष जनता की आवाज को सदन में उठाए। उन्होंने कहा कि पूर्व मैं जब कांग्रेस की सरकार थी तब सुरेश भारद्वाज स्पीकर की कुर्सी पर जाकर बैठ गए थे और उन्होंने कागज फाड़ कर फैंक दिए थे और उन्हें सर उनसे भी निष्कासित निलंबित किया गया था बावजूद इसके तत्कालीन संसदीय कार्य मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पहल करके उनके निलंबन को खत्म किया था।