विशेष रूप से सक्षम 81 वर्षीय संध्या देवी ने जीती कोरोना से जंग

उज्जवल हिमाचल ।  हमीरपुर

कोरोना को हराने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति बनाए रखना बहुत जरूरी है और उतना ही प्रभावी है अपनों का साथ। दियालड़ी गांव की 81 वर्षीय संध्या देवी ने कुछ इसी मंत्र से कोरोना से जंग जीत ली है। विशेष रूप से सक्षम संध्या देवी के इस ज़ज्बे को सभी ओर से सराहना मिल रही है।

भोरंज क्षेत्र के दियालड़ी गांव की संध्या देवी पिछले साल अगस्त माह में पक्षाघात (पैरालिसिस) की चपेट में आ गई थीं, जिससे उनकी टांग पर असर पड़ा था। घर में इकलौते बेटे के अलावा बहू, दो पोतियां एवं एक पोता है। परिवार अभी इस सदमे से उबर ही रहा था कि गत 18 मई, 2021 को संध्या देवी कोविड-19 से संक्रमित हो गई। चंद दिन होम आइसोलेशन में रहने के बाद  22 मई को उन्हें जिला आयुर्वेद अस्पताल हमीरपुर स्थित डीसीएचसी में दाखिल करवाया गया। तिमारदार के रूप में उनकी बहु पुष्पा देवी साथ में रही।

उनका कहना है कि डीसीएचसी में बहुत ही अच्छे ढंग से संध्या देवी की देखभाल की गई। समय-समय पर पौष्टिक खाना निरंतर मिलता रहा और वहां तैनात स्टाफ भी उनका पूरा ध्यान रख रहा था। हालांकि इस बीच उनका बेटा शक्तिचंद भी संक्रमित हो गया था। ऐसे में बहु के साथ पोते निखिल सहित पूरे परिवार ने दादी व पिता का खूब ख्याल रखा। उन्होंने बताया कि गत 28 मई, 2021 को संध्या देवी को डीसीएचसी से घर भेज दिया गया, जहां पर अब वो स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं।

संध्या देवी कहती हैं कि कोरोना को हराने के लिए हमें हौसला बनाए रखना बेहद जरूरी है। तभी इसका मुकाबला बेहतर ढंग से किया जा सकता है। कोरोना वॉरयर्स की मेहनत के अतिरिक्त परिवार एवं अपनों का साथ उनके लिए इस महामारी से लड़ने का अचूक अस्त्र साबित हुआ है। उन्होंने बेहतर देखभाल के लिए सभी डॉक्टरों एवं स्टाफ का भी विशेष आभार जताया है।

उनकी बहू पुष्पा देवी ने सभी लोगों से आग्रह किया है कि वे अपने परिजनों का विशेष ध्यान रखें। किसी के संक्रमित हो जाने पर उनका हौसला बनाए रखने एवं सेवा में कोई कमी न आने दें। सामूहिक प्रयासों से ही इस लड़ाई में हमें जीत हासिल हो सकेगी।