- Advertisement -spot_img
10.2 C
Shimla
Thursday, March 30, 2023

कोरोना संक्रमित दो नए व्यक्तियों के प्राथमिक सम्पर्कों एवं निकट परिजनों के नमूने जांच के लिए भेजेः उपायुक्त

Must read

एसके शर्मा। हमीरपुर

उपायुक्त हरिकेश मीणा ने कहा कि सुजानपुर उपमंडल की ग्राम पंचायत बजरोल में कोरोना वायरस कोविड-19 के दो संक्रमित व्यक्तियों के मामले सामने आने के उपरांत इनके प्राथमिक एवं द्वितयिक सम्पर्कों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। दोनों में कोई आरंभिक लक्षण नहीं थे और इन्हें जिला में स्थापित कोविड केयर सेंटर में भेजा गया है।

उन्होंने कहा कि आरंभिक जांच में यह पता चला है कि यह दोनों व्यक्ति 30 अप्रैल, 2020 को पंजाब नंबर की टैक्सी से दिल्ली से यहां पहुंचे हैं। टैक्सी में बजरोल गांव के 50 वर्षीय संक्रमित व्यक्ति की पत्नी भी साथ थी। इस व्यक्ति के नजदीकी परिजनों में पांच लोगों की पहचान प्राथमिक सम्पर्कों के रूप में की गई है। इसी प्रकार पलाभु गांव के 30 वर्षीय व्यक्ति के 8 प्राथमिक सम्पर्कों का अभी तक पता चला है। इन सभी के नमूने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।

यह भी पता चला है कि कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति गांव सीरी, डाकघर कक्कड़ में अपनी निकट रिश्तेदार के घर में भी रूका था। ऐसे में उस परिवार को संगरोध कर नमूने ऐहतियातन जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत ऊहल के मड़ियार गांव का एक व्यक्ति भी दिल्ली से इनके साथ आया था जिसे इन्होंने टौणी देवी में टैक्सी से उतारा था। उसके भी नमूने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं और सम्पर्कों का पता किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार व जिला प्रशासन ने बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए बार-बार कड़े संगरोध में रहने के निर्देश जारी किए हैं और वाहनों में यात्रा के लिए भी मानक तय किए हैं। इस मामले में इनकी अवहेलना हुई है और ऐसे में कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिला में 25 अप्रैल, 2020 के उपरांत अभी तक बाहरी राज्यों से 14 हजार से अधिक लोग पहुंचे हैं। इनमें से 9 हजार लोग रेड जोन से आए हैं। इन सभी को कड़े संगरोध में रहने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रदेश सरकार की ओर से जारी नवीनतम निर्देशों के अनुरूप अब बाहरी राज्यों (रेड जोन) से आने वाले सभी लोगों को अनिवार्य रूप से संस्थागत संगरोध केंद्रों में ही रखा जाएगा। इसके लिए पंचायत स्तर तक संगरोध केंद्र चिह्नित किए गए हैं। निश्चित अवधि में इनके नमूने भी लिए जाएंगे। ऑरेंज एवं ग्रीन जोन से आने वाले लोगों की भी जिला की सीमा पर ही समुचित चिकित्सा जांच की जाएगी और इसके उपरांत ही लक्षणों के आधार पर उन्हें आगे संगरोध के लिए भेजा जाएगा। हमीरपुर जिला में आगामी दिवस कर्नाटक से रेल के माध्यम से भी लगभग 100 लोगों के आने की सूचना है और इन सभी को संस्थागत संगरोध केंद्रों में ही रखा जाएगा।

उपायुक्त ने कहा कि संगरोध नियमों का सभी को कड़ाई से पालन करना चाहिए और केवल कानूनी कार्रवाई ही एकमात्र विकल्प नहीं है। लोग जागरूक बनें, सरकार व प्रशासन को सहयोग दें। रिश्तेदारों या जान-पहचान वालों के पास जाकर उनको भी खतरे में न डालें। उन्होंने जिला वासियों से अपील की है कि अगर आपके गांव, मुहल्ले अथवा क्षेत्र में कोई संगरोध नियमों की अवहेलना करता है तो उनके बारे में प्रशासन, निगरानी दल अथवा पुलिस को सूचित अवश्य करें।

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest News

%d bloggers like this: