जिला में 3 जगह शुरू हुआ कोरोना टीकाकरण

एसके शर्मा। हमीरपुर
देश भर में शनिवार को आरंभ हुए कोरोना वैक्सिनेशन अभियान के तहत हमीरपुर जिला में भी पहले दिन तीन स्थानों मेडिकल कालेज अस्पताल हमीरपुर, नागरिक अस्पताल नादौन और नागरिक अस्पताल बड़सर में कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए गए। पहले दिन हमीरपुर में 100 और नादौन तथा बड़सर में 80-80 डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और अन्य कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाने का लक्ष्य तय किया गया है।
कोरोना टीकाकरण अभियान के शुभारंभ अवसर पर मेडिकल कालेज अस्पताल हमीरपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का सीधा प्रसारण दिखाया गया और उसके बाद सबसे पहले मेडिकल कालेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. अभिलाष को टीका लगाया गया। इसके बाद अन्य डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीके लगाए गए। इस अवसर पर उपायुक्त देवाश्वेता बनिक भी विशेष रूप से उपस्थित रहीं और उन्होंने सभी कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स को शुभकामनाएं दीं। उधर, नागरिक अस्पताल नादौन में स्वास्थ्य कर्मी अमित कौशल और नागरिक अस्पताल बड़सर में आशा वर्कर अनीता को सबसे पहले टीका लगाया गया।
उपायुक्त ने बताया कि पहले चरण में जिला के कुल 5238 डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और अन्य कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जाएंगे। टीकाकरण के लिए सरकार ने एक बहुत ही सुनियोजित एवं ऑनलाइन व्यवस्था बनाई है। इसमें ऑनलाइन वेरीफिकेशन के बाद भी टीका लगाया जा रहा है। हमीरपुर जिला में भी इसी व्यवस्था के तहत 18 जनवरी, 22 जनवरी, 23 जनवरी, 28 जनवरी, 30 जनवरी तथा एक फरवरी को 38 केंद्रों में टीकाकरण का कार्य पूर्ण किया जाएगा। इन सात दिनों में जिला के लगभग 5,238 फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा। अभी जिले में वैक्सिन की लगभग 3200 खुराक की खेप पहुंच चुकी है।
देवाश्वेता बनिक ने बताया कि वैक्सीन की दो खुराक 28 दिनों के अंतराल में संबंधित व्यक्ति को लगाई जाएगी और इसके 14 दिनों के उपरांत उसमें विषाणु (वायरस) के विरुद्ध प्रतिरोधी क्षमता विकसित हो सकेगी। इस 42 दिन की अवधि के दौरान और उसके उपरांत भी वैक्सीन लगाने वाले व्यक्ति को निश्चित दूरी, मास्क एवं सैनिटाईजेशन जैसी सावधानियां अपनानी होंगी। टीका लगाने के उपरांत निश्चित अवधि तक लाभार्थी को निगरानी में रखा जा रहा है। इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
टीकाकरण के शुभारंभ अवसर पर एडीएम जितेंद्र सांजटा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी, मेडिकल कालेज की प्रधानाचार्य डॉ. रीतू शिटक, मेडिकल कालेज अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. आरके अग्रिहोत्री और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।