विधानसभा में छह पदों पर हुई भर्तियों पर CPIM ने उठाए सवाल

कहा, चहेतों को नाैकरी लगाने के आरोप, न्यायिक जांच की उठाई मांग

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है। स्वास्थ्य विभाग में घोटाले में नाम आने के बाद अब विधानसभा में भर्तियों को लेकर सवाल खड़े हो रहे है। सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा ने 2019 में 6 पदों पर की गई भर्तियों में अनियमितताएं बरतने और अपने रिश्तेदारों और बीजेपी नेताओं को नाैकरी देने के आरोप लागए हैं।

सिंघा का कहना है कि विधानसभा में लॉ ऑफिसर का कोई पद नहीं होता है, लेकिन अपने रिश्तेदार की बेटी के लिए पद सृजित किया गया है और उन्हें तैनाती दी गई। इसके अलावा अन्य पदों पर भी बीजेपी नेताओं और अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए नियमों को ताक पर रख कर भर्ती की गई, जो कि पूरी तरह से गैर कानूनी है।

उन्होंने सरकार से इन मामले की न्यायिक जांच की मांग की और कहा कि विजिलेंस पहले ही स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटालों की जांच कर रही है और उसमें भी बिंदल का नाम आया है, लेकिन विजिलेंस क्लीन चिट देने की तैयारी में है। ऐसे में इस मामले की मुख्यमंत्री न्यायिक जांच करवाएं।