शिमला:- राजधानी शिमला में आज सीपीडब्ल्यूडी कॉन्ट्रैक्ट वर्करज़ यूनियन अपनी मांगो को लेकर सीपीडब्ल्यूडी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आन्दोलन कर रहें कर्मचारियों का कहना है कि लम्बे समय से विभाग के शोषण को झेल रहे हैं।
जो श्रम कानून बने हुए हैं उसका पालन न ठेकेदार और अधिकारी अपनी मनमानी कर कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहें हैं। यदि इसी तरह से स्थिति बनी रही तो कुछ सालों पहले का इतिहास फिर दोहराया जाएगा, जब कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन पर बैठें थे।
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यह है कर्मचारियों की मांगेंः-
1) जिन 18 एमआरएम कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है, उनकी नौकरी बहाल की जाए।
2) श्रम कानूनों के तहत कर्मचारियों का वेतन 7 तारीख तक दिया जाए।
3) ईपीएफ के नाम पर जो पैसे कर्मचारियों का काटा जाता है उसकी धांधली की जांच की जाए।
4) कर्मचारी बिना किसी अवकाश के काम कर रहा है फिर भी उसका शोषण किया जाता है। कर्मचारियों का शोषण बंद किया जाए।
सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंदर मेहरा ने कर्मचारियों के हित की बात रखते हुए कहा कि ठेकेदारों और सीपीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कर्मचारियों का जमकर शोषण किया जा रहा है। विभाग पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है।
कहा कि इतनी मेहनत करने के बाद भी नौकरी से निकाला जा रहा है। कहा कि जिन एमआरएम कर्मचारियों को नौकरी से बिना किसी वजह के निकाला है उनकी नौकरी बहाल की जानी चाहिए।
शिमला ब्यूरो।