कोलकाता को बल्लेबाजी को लेकर गहन चिंतन की जरूरत

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

चेन्नई के खिलाफ कोलकाता के बल्लेबाज एक बार फिर फेल हुए थे। सलामी जोड़ी में बदलाव जरूर टीम के काम आया था और सुनील नरेन के स्थान पर ओपनिंग करने आए राहुल त्रिपाठी ने 51 गेंदों पर 81 रनों की पारी खेली थी, लेकिन उनके अलावा कोलकाता का कोई और बल्लेबाज चल नहीं सका था। कोलकाता को अपनी बल्लेबाजी को लेकर गहन चिंतन की जरूरत है।आईपीएल में शनिवार को शेख जाएद स्टेडियम में किंग्स इलेवन पंजाब का सामना कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) से होना है। कोलकाता को जहां अपने पिछले मैच में जीत मिली थी।

वहीं, पंजाब को हार का सामना करना पड़ा था। दबाजी में पिछले मैच में टीम ने कम स्कोर का बचाव कर लिया था। एक समय टीम मैच हारती दिख रही थी, लेकिन स्पिनर सुनील नरेन और वरुण चक्रवर्ती ने टीम की वापसी कराते हुए उसे मैच जिता दिया था। शिवम मावी और कमलेश नागरकोटी, पैट कमिंस के साथ मिलकर पंजाब के कमजोर बल्लेबाजी को जल्दी समेटने का दम रखते हैं। वहीं, लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल के आउट होने के बाद पंजाब की बल्लेबाजी असहाय हो जाती है।

हैदराबाद के खिलाफ पिछले मैच में निकोलस पूरन का बल्ला चला था। उन्होंने 77 रनों की पारी खेल टीम की जीत की उम्मीदें बनाए रखी थीं, लेकिन वह मंजिल तक नहीं पहुंचा पाए थे। वहीं, ग्लेन मैक्सवेल का बल्ला चल ही नहीं रहा है।गेंदबाजी में पंजाब का आक्रमण मुहम्मद शमी के ऊपर है। शेल्डन कॉटरेल ज्यादा प्रभावी नहीं रहे हैं। अर्शदीप सिंह ने हैदराबाद के खिलाफ प्रभावित किया था। हैदराबाद के खिलाफ रवि बिश्नोई के साथ स्पिन का भार मुजीब उर रहमान ने संभाला था। कोलकता के खिलाफ भी इन दोनों को एक बार फिर देखा जा सकता है।

किंग्स इलेवन पंजाब और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच अब तक 25 मुकाबले खेले गए हैं। इन मुकाबलों में से 17 मैच केकेआर की टीम ने जीते हैं, जबकि आठ मैच पंजाब की टीम जीत पाई है। ऐसे में यहां दोनों टीमों के बीच हेड टू हेड देखा जाए, तो काफी अंतर है। केकेआर का किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ उच्चतम स्कोर 245 रन है, जबकि 214 रन सर्वाधिक पंजाब ने बनाए केकेआर के खिलाफ बनाए हैं।