राधास्वामी चैरिटेबल हॉस्पिटल में जल्द ओपीडी शुरू करने की मांग

एस के शर्मा। हमीरपुर

राधास्वामी सत्संग ब्यास द्वारा जिला हमीरपुर के भोटा में पिछले लगभग 30 वर्षों से एक चैरिटेबल अस्पताल चलाया जा रहा है। 70 बेड की क्षमता वाले इस अस्पताल में ऊना, हमीरपुर व बिलासपुर के 850 गांवों के लगभग 90 हज़ार लोग मुफ्त चिकित्सीय सुविधाओं का लाभ लेते हैं। पीजीआई व ब्यास से आने वाली चिकित्सीय टीम द्वारा मुफ्त ऑपरेशन व ओपीडी के अलावा यहां दवाइयां भी लोगों को कम दरों में उपलब्ध करवाई जाती हैं।

खास बात ये भी है कि अस्पताल संचालन का हर महीने करोड़ों रु का खर्च ट्रस्ट द्वारा स्वयं वहन किया जाता है तथा बीमारों व तीमारदारों से कोई पैसा नहीं लिया जाता। लेकिन पिछले तीन महीनों से इस अस्पताल को कोविड केयर सैंटर बनाने के बाद से लोगों को मिलने वाली सुविधाओं पर ताला लग गया है। विभिन्न पंचायत प्रधानों व आम लोगों ने प्रशासन व सरकार से इसे आम जनता के लिए खोलने की मांग करते हुए एसडीएम बड़सर के माध्यम से उपायुक्त हमीरपुर को एक ज्ञापन सौंपा है। विभिन्न पंचायत प्रतिनिधियों व आम लोगों के हस्ताक्षर युक्त इस ज्ञापन में कहा गया है कि अस्पताल को आम जनता के लिए खोलने की मांग पहले भी उपायुक्त हमीरपुर व प्रदेश सरकार से की जा चुकी है। लेकिन प्रशासन द्वारा जनता के हित में कोई निर्णय नहीं लिया गया। ज्ञापन के  माध्यम से कहा गया है कि अगर शीघ्र ही इस अस्पताल में चल रहे कोविड केयर सैंटर को अन्यत्र नहीं बदला जाता है तो क्षेत्र की जनता सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी। इस दौरान अगर जनता को कोई असुविधा होती है तो उसका जिम्मेवार प्रशासन होगा।
पूर्व सेक्रेटरी भोटा सत्संग डॉ कश्मीर के अनुसार क्षेत्र की जनता इस समय स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरस रही है। भोटा अस्पताल में कम दामों पर मिलने वाली दवाइयां लोगों को बाहर से ऊंचे दामों पर लेनी पड़ रही हैं जबकि लोगों को चिकित्सकीय परामर्श भी नहीं मिल पा रहा। हर महीने होने वाले आंखों के व अन्य ऑपरेशन भी नहीं हो पा रहे जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। लोगो का कहना है कि केवल कुछ कोविड 19 मरीजों के लिए पूरे क्षेत्र की जनता को मुसीबत में डालना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके विरोध में 31 जुलाई को  प्रदर्शन किये जाने की योजना बनाई जा रही है।

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