रामनवमी के दिन कन्या पूजन के साथ नवरात्र का समापन करेंगे श्रद्धालु

नरेश धीमान। योल

श्रीचामुंडा नंदिकेश्वर धाम में 13 अप्रैल से 21 अप्रैल तक चलने वाले चैत्र नवरात्र पूर्णहोती के साथ समापन हो जाएगा। कोरोना महामारी के चलते यज्ञशाला में आचार्य बाल मुकुंद कोरला की अगवाई में 11 विद्वान पंडितों द्वारा गणेश बन्दना, लक्ष्मी पूजा, रामायण पाठ, रुद्राभिषेक, गायत्री पाठ आदि पाठों का जाप किया गया।

अष्टमी के दिन लगभग 1500 श्रद्धालुओं ने मां चामुंडा के दरबार में नतमस्तक हुए। मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा ने बताया कि आज मां चामुंडा का पुराना सिंदूर निकाल कर नया सिन्दूर अर्पित किया गया। रात 12 बजे मां चामुंडा का नशीत पूजन कर 21 प्रकार के देसी घी व्यंजनों व फलों का भोग अर्पित किया गया। रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे पूर्णहोती डाली जाएगी। वहीं, स्थानीय श्रद्धालु कन्या पूजन करने के बाद अपने व्रत का समापन करेंगे।