जोगिंद्रनगर में डायलिसिस प्लांट स्थापित, मरीजों को मिलेगा सुविधा का लाभ: डॉ. देवेंद्र

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

जोगिंद्रनगर अस्पताल में घटना व दुर्घटना से घायल मरीजों को जल्द आईसीयू सुविधा का भी लाभ मिलेगा। डायलिसिस प्लांट स्थापित हो गया है। इसके शुरू होते ही किडनी के गंभीर मरीजों को क्षेत्र के बाहर अस्पतालों की दौड़ नहीं लगेगी। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेंद्र ने मंगलवार को सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर और लडभड़ोल की स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने के बाद कहा कि जिला भर के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने करोड़ों का बजट स्वीकृत किया है।

दोनों ही अस्पतालों में रिक्त चल रहे विशेषज्ञ चिकित्सकों के पदों की नियुक्ति आगामी कुछ माह में हो जाएगी। इससे पहले उन्होंने अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना व हिम कार्ड के तहत मरीजों को मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ की जानकारी हासिल की। वहीं क्षय रोगियों की स्क्रीनिंग और दवाईयों की उपलब्धाओं पर विशेष ध्यान देने के आदेश भी अस्पताल प्रबंधन को जारी किए। मंगलवार सुबह मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेंद्र ने लडभड़ोल क्षेत्र के सिविल अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया।

यहां पर कोविड की संभावित चैथी लहर के प्रबंधों की जानकारी हासिल की। अस्पताल के स्टाफ और चिकित्सकों से बैठक कर मरीजों को बेहतर उपचार देने के आदेश जारी किए। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे जोगेंद्रनगर अस्पताल पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ देवेंद्र ने चिकित्सकों ने बैठक कर उनकी समस्याओं का जाना। अपने संबोधन में डॉ. देवेंद्र ने कहा कि 72 लाख खर्च कर अस्पताल में ऑक्सीजन पाईप लाईन प्लांट स्थापित कर दिया गया है।

हर मरीज को बिस्तर में ऑक्सीजन सुविधा का लाभ मिलेगा। सम्मारिक दृष्टि से अहम जोगेंद्रनगर अस्पताल में सीसीयू की सुविधाओं में विस्तार के बाद आईसीयू की सुविधा भी इस अस्पताल को दी जाएगी। कहा कि प्रदेश में 500 चिकित्सकों की नियुक्ति के आदेश जारी होते ही जिला भर के अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरा जाएगा।

जोगिंद्रनगर अस्पताल में मेडिशियन, आंख व हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। इससे पहले सीएमओ मंडी ने अस्पताल की स्वच्छता, रोगी वार्डों में मरीजों के प्रबंधों की भी जानकारी हासिल करते हुए अस्पताल के स्टाफ को प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं को मरीजों तक पहुंचाने का आहवान किया।