जिला में बहुत जल्द होगा बेसहारा गौवंश मुक्त, आधा राज्य हो चुका मुक्त : अशोक

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। ऊना

राज्य गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, राज्य जिला पार्षद संघ के अध्यक्ष, जिला परिषद ऊना के उपाध्यक्ष एवं राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य कृष्ण पाल शर्मा ने टीम सहित जिला ऊना की 8 गौशालाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान गगरेट के विधायक राजेश ठाकुर और जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा भी उपस्थित रहे। गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने टीम सहित कुटलैहड़ के डुमखर गौसदन, कउ सेंचुरी थानाखास, अम्बोआ गौशाला गगरेट, ऑयल गौशाला, डठवाड़ा, बड़साला व कोटला कलां आदि गौ सदनों का निरीक्षण करके उनकी व्यवस्थाओं को जांचा।

  • जिला ऊना की आठ गौशालाओं का किया औचक निरीक्षण, संचालकों को दिए निर्देश
  • समस्या होने पर डीपीआर बनाने के आदेश, जगह उपलब्ध होेने पर गौवंश बढ़ाने के निर्देश

उन्होंने बताया कि जिन गौशालाओं में शेड अथवा अन्य कमियां है उसे पूरा करने के लिए संचालकों को डीपीआर बनाने के निर्देश दिए तथा जिन गौशालाओं में गौवंश कम है, उनके संचालकों को बेसहारा गौवंश की संख्या को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हंै। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और पशुपालन मन्त्री वीरेंद्र कँवर का यही प्रयास है कि मार्च तक हिमाचल बेसहारा गौवंश मुक्त हो। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में यह मुहिम पिछले तीन वर्षों से शुरू हुई है और जिला ऊना को बहुत जल्दी बेसहारा गौवंश मुक्त घोषित भी किया जाएगा।

कृष्ण पाल शर्मा ने कहा कि जिला ऊना में अधिकतर गौशालाओं को संचालकों द्वारा बेहतर तरीके से संचालित किया जा रहा है और अच्छे ढंग से बेसहारा गौवंश को संरक्षण दिया जा रहा है। जिन गौशालाओं में गौवंश की संख्या कम है, उन्हें डीपीआर बनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार और पशुपालन मन्त्री वीरेंद्र कंवर के अथक प्रयासों से हिमाचल के 6 से ज्यादा जिले बेसहारा गौवंश मुक्त हो चुके हैं और अगले कुछ माह में जिला ऊना भी बेसहारा गौवंश मुक्त होगा।

गौवंश को बेसहारा बनाने वालों पर अब सजा का भी है प्रावधान
कृष्ण पाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार पंजीकृत गौ सदनों में प्रति माह प्रति गौवंश पर 500 रुपए का अंशदान सहायता के रूप में दे रही है तथा करोड़ों का धन खर्च करके गौशालाओं का निर्माण भी करवा रही है, ताकि हिमाचल की सड़कें, बेसहारा गौवंश मुक्त हो। उन्होंने कहा कि अब सरकार एक अधिनियम भी पास कर रही है कि अगर किसी व्यक्ति अथवा किसान ने गौवंश को बेसहारा बनाने का प्रयास किया या सड़कों पर छोड़ा तो उन पर प्राथमिकी दर्ज होगी और उसमें सजा का भी प्रावधान होगा।

उन्होंने कहा कि सड़कों पर बेसहारा गौवंश किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्या थी तथा राज्य में भाजपा सरकार बनते ही पशुपालन मन्त्री वीरेंद्र कंवर द्वारा बेसहारा गौवंश को संरक्षण देने की मुहिम छेड़ी गई थी, जो आज सार्थक हुई है। हिमाचल में 25899 बेसहारा गौवंश को संरक्षण मिल चुका है। इस मौके पर जिला ऊना के पशुपालन विभाग के उप निदेशक सुरेश धीमान, डॉ मुनीश दत्ता व शिवपुरी सहित अन्य उपस्थित रहे।