जर्सी नस्ल की गाय को आधुनिक ढंग से विकसित करने के लिए जिला कांगड़ा को मिला 8 करोड़ का प्रोजेक्टः किशोरी लाल

जर्सी नस्ल की गाय को आधुनिक ढंग से विकसित करने के लिए जिला कांगड़ा को मिला 8 करोड़ का प्रोजेक्टः किशोरी लाल

उज्जवल हिमाचल। बैजनाथ
मुख्य संसदीय सचिव कृषि, पशुपालन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज किशोरी लाल ने रविवार को बीड़ में पशु पालन विभाग की ओर से आयोजित कॉफ रैली कार्यक्रम की अध्यक्षता की। केंद्र व राज्य सरकार की जर्सी नस्ल संतति परीक्षण कार्यक्रम के तहत पशु चिकित्सालय बीड़ द्वारा कॉफ रैली का आयोजन रा.व.मा.पा. बीड़ के मैदान में किया गया।

इसमें विभिन्न गांवों के पशुपालकों की लगभग 39 बछड़ियां सम्मिलित हुई। कॉफ़ रैली में 6 माह तक की 19 व 6 से 12 माह की 20 बछड़ियों ने भाग लिया। सीपीएस ने कहा कि इस तरह कि योजनाओं व आयोजनों से पशुपालकों को प्रोत्साहन मिलता है।

किशोरी लाल ने कहा कि जर्सी नस्ल की गाय को आधुनिक ढंग से विकसित करने के लिए जिला कांगड़ा को 8 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मिला है। इस प्रोजेक्ट के तहत अच्छी नस्ल के दुधारू पशु तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है।

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गाय ना केवल अपने दूध से अपने बच्चे को पालती है बल्कि पूरे परिवार का दूध से भरण पोषण करती है। उन्होंने कहा कि अच्छी किस्म की गाय के दूध से पशुपालकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जो भी पशुपालक जर्सी गाय पालता है।

वह उसे ना केवल सूखा घास डाले बल्कि हरा चारा, कैल्शियम, व फीड आदि भी दें। उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग के प्रयासों से लम्पी वायरस पर पूरी तरह से नियंत्रण पर लिया गया है। उन्होंने विभाग को बीड़ में कॉफ रैली आयोजित करने के लिए बधाई दी। प्रतियोगिता में अव्वल आने वाली बछड़ियों और पशुपालकों को पुरस्कृत किया।

उन्होंने कार्यक्रम में 0-6 माह आयुवर्ग में सुषमा की बछड़ी प्रथम, सपना देवी की द्वितीय तथा पुष्पा देवी की बछड़ी तृतीय स्थान पर रही। इसी तरह 6-12 माह आयुवर्ग में सुरेश की बछड़ी प्रथम, गणेश राम की द्वितीय तथा बबली देवी की बछड़ी तृतीय स्थान पर रही।

सभी प्रतिभागी बछड़ियों को गिफ्ट हैंपर के रूप में खनिज मिश्रण, लीवर टॉनिक, पेटकृमि दवाई तथा फीड बांटी गई। मुख्य अतिथि ने विजेताओं को कैश प्राईज, स्मृति चिन्ह, सर्टिफिकेट, तथा 10 किलोग्राम फीड बैग देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि जो पशुपालक इस बार इनाम से वंचित रहेंगे, वह अगली कॉफ रैली के लिए बछड़ियों को तैयार करें ताकि उन्हें भी अच्छा पुरस्कार मिल सके।

उन्होंने कहा कि जर्सी गाय की उत्तम नस्ल पूरे भारत में जिला कांगड़ा में है। जिसके तहत राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने इस प्रोजेक्ट के लिए जिला कांगड़ा को चुना है। उन्होंने कहा कि जर्सी नस्ल संतति परीक्षण कार्यक्रम का प्रथम केंद्र जिला कांगड़ा के बीड़ में खुला है।

ब्यूरो रिपोर्ट बैजनाथ

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