‘प्राकृतिक खेती द्वारा खाद्य एवं पोषण सुरक्षा’ विषय पर जिला स्तरीय जागरुकता कार्यक्रम आयोजित

District level awareness program organized on the topic 'Food and nutritional security through natural farming'

उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर

आतमा परियोजना हमीरपुर की ओर से बुधवार को भोरंज विकास खंड की ग्राम पंचायत ताल के प्रांगण में ‘प्राकृतिक खेती द्वारा खाद्य एवं पोषण सुरक्षा’ विषय पर जिला स्तरीय जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें विकास खंड हमीरपुर, बमसन और भोरंज की लगभग 100 महिलाओं ने भाग लिया। इस मौके पर उप परियोजना निदेशक राजेश शर्मा, राकेश धीमान, तकनीकी प्रबंधक नेहा शर्मा, घनश्याम, रुचिका, शानू, अंकिता और पूजा आदि ने प्राकृतिक खेती और पारंपरिक मोटे अनाज जैसे-मंढल-कोदरा, कंगनी, चौलाई-स्यूल, कुटु, कुटकी, सांवा आदि के महत्व पर प्रकाश डाला।

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उन्होंने लोगों को प्राकृतिक तरीके से पोषक अनाजों की खेती के लिए जागरुक किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स (मोटा अनाज) वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है और जी-20 साइड इवेंट्स की कड़ी में आयोजित किए जा रहे ‘महिलाओं के नेतृत्व में विकास कार्यक्रम’ के तहत इसका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

इस अवसर पर प्रगतिशील किसान कमल लखनपाल ने भी अपने विचार साझा किए। जागरुकता शिविर में ग्राम पंचायत प्रधान पवन कुमार एवं अन्य जन प्रतिनिधि भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। शिविर में विभिन्न अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के प्रति महिला प्रतिभागियों ने काफी रुचि दिखाई।

संवाददाताः विजय ठाकुर

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