शुष्क ठंड से छोटे बच्चों के बीमार होने का खतरा बढ़ा, स्वास्थ्य प्रशासन परेशान

Dry cold increases the risk of small children getting sick, health administration upset
शुष्क ठंड से छोटे बच्चों के बीमार होने का खतरा बढ़ा, स्वास्थ्य प्रशासन परेशान

उज्जवल हिमाचल। चंबा
पिछले एक महीने से चंबा के पंडित जवाहरलाल मेडिकल कालेज में सबसे ज्यादा ओपीडी का आंकड़ा एक साल के बच्चों से लेकर तीन और चार साल के बच्चों का देखने को मिल रहा है। इस बात की लेकर स्वास्थ्य प्रशासन परेशान है।
चंबा का पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज जिसमें पिछले एक महीने से छोटे बच्चों के बीमार होने का सबसे ज्यादा आंकड़ा देखने को मिला।

हालांकि इस मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर किसी भी स्थिति से लड़ने को तैयार है। डॉक्टरों का कहना है कि सर्दी जुकाम या फिर उससे संबंधित बीमारियां हर साल देखने को मिलती है, इस पर स्वास्थ्य प्रशासन इसको हल्के में नहीं ले सकता है, क्योंकि जिस तरह से यह वायरस छोटे बच्चों में देखने को मिल रहा है, उससे हमें सतर्कता लेनी पड़ेगी।

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उधर बच्चों के विशेषज्ञ डॉक्टर विशाल महाजन का कहना है कि वैसे तो हर साल के आखिर में या फिर सेकिंड हाफ में इस तरह से बच्ची में वायरस हो जाता है, क्योंकि जैसे ही मौसम चेंज होता है, तो यह वायरस फैलने शुरू हो जाता है इसलिए बच्चों के अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चों को सर्दी जुकाम होने की सूर्त में कहीं अंदर बाहर न लेकर जाए और उन बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए हाथ में दस्ताने, पांव में मौजे और साथ ही गर्म कपड़े पहनाकर रखें।

उन्होंने कहा कि बच्चे एक दम से एक्सपोजर न हो, बच्चों को एक दम से हीटर से उठाकर बाहर न लेकर जाए और बच्चों को गर्म पानी पिलाएं और खासकर तली हुई कोई भी चीज अपने बच्चों को न दें। पूछने पर उन्होंने बताया कि वैसे तो यह नोर्मल प्रतिक्रिया है फिर भी हम सभी लोगों को पौष्टिक आहार जिसमें दूध, हरी सब्जियां का ही अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए।

संवाददाताः शैलेश शर्मा

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