हिमाचल में घटने लगा विद्युत उत्पादन, उधार की बिजली से कटेंगी सर्दियां

उज्जवल हिमाचल। शिमला

हिमाचल सरकार सर्दियों में पड़ोसी राज्यों से बिजली खरीदेगी। यह खरीद आदान-प्रदान योजना के तहत होगी। सर्दियां शुरू होते ही बिजली का उत्पादन प्रदेश में तेजी से कम हो रहा है। इस कमी को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार यह कदम उठाने जा रही है। हिमाचल में अक्तूबर माह तक बिजली का उत्पादन इस माह कम होकर 78 लाख यूनिट पर पहुंच गया है। इससे पड़ रहे घाटे को देखते हुए आगामी दिनों में ऊर्जा विभाग बिजली की खरीद करेगा। दरअसल, बरसात और गर्मियों में हिमाचल में बिजली का उत्पादन बढ़ जाता है और उस अवस्था में प्रदेश से बिजली जरूरतमंद राज्यों को सप्लाई की जाती है। अब जब हिमाचल को बिजली की जरूरत है, तो प्रदेश इन्हीं पड़ोसी राज्यों से उम्मीद बांधे बैठे हैं।

प्रदेश में रोजाना करीब 1800 मेगावाट बिजली की जरूरत रहती है। ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने बिजली खरीद पर हामी भरी है। उन्होंने कहा कि बर्फबारी की वजह से बिजली का उत्पादन कम हो गया है। इसे पूरा करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बिजली की खरीद पड़ोसी राज्यों से की जाएगी। उन्होंने कहा कि बर्फबारी प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत प्रोजेक्ट हैं और पानी की कमी समेत बर्फबारी की वजह से उत्पादन प्रभावित होता है। ऊर्जा विभाग इसे देखते हुए बिजली की खरीद करेगा। अदान-प्रदान योजना के तहत बिजली की खरीद होगी। हिमाचल में ज्यादा उत्पादन होने पर बिजली को वापस इन राज्यों में बेचा जाएगा। भुगतान की जरूरत पड़ती है, तो इसके लिए भी प्रदेश सरकार तैयार रहेगी।

राज्य में छोटे बिजली प्रोजेक्टों को मिलेगी स्वीकृति

ऊर्जा मत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार आगामी दिनों में छोटे बिजली प्रोजेक्ट बनाने को स्वीकृति देगी। पांच मेगावाट से कम क्षमता के यह प्रोजेक्ट प्रदेश भर में तैयार होंगे। इससे बिजली के संकट को प्रदेश में कम किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि ज्यादातर पांच मेगावाट के प्रोजेक्ट हिमाचल के लोगों को ही दिए जा रहे हैं। इससे प्रदेश में रोजगार भी बढ़ रहा है।