कैप्टन संजय ने 12 युवाओं को भेजा जहाज पर तो 10 को दी नौकरी की स्पांसरशिप

16 माह में संजय द्वारा युवा वर्ग को नौकरी प्रदान करने का आंकड़ा 400 के पार

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

सामाजिक सरोकारों को निभाने में बड़ा नाम कमा चुके कैप्टन संजय ने प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने में भी बड़ी भूमिका अदा की है। मर्चेंट नेवी से लेकर अपने कार्यालयों में पिछले सवा वर्ष में पराशर ने 400 से ज्यादा युवाओं को रोजगार प्रदान किया है। ताजा कड़ी में संजय ने 12 युवाओं को जहाज पर भेजकर उनका भविष्य सुरक्षित कर दिया है, तो दस युवाओं को नौकरी की स्पासंरशिप देकर एक बार फिर साबित किया है कि वह प्रदेश और विशेष रूप से जिला कांगड़ा के बेरोजगार, लेकिन होनहार युवाओं के लिए बड़ी उम्मीद हैं। मर्चेंट नेवी में एंजेंटगिरी और फर्जी कंपनियों के चक्कर से बचाने के लिए पराशर ने जिस पारदर्शी व व्यवस्थित तरीके से कार्य किया, उसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।

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यह पराशर के ही प्रयास हैं कि अब पहाड़ के युवाओं को मर्चेंट नेवी के लिए बड़े शहरों का रूख करने की बजाय अपने घर-द्वार पर ही मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। संजय की कंपनी द्वारा खोले गए तीन कार्यालयों में ग्रामीण युवा भी पहुंच रहे हैं और बिना सिफारिश के रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। इसका अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि संजय के माध्यम से प्रदेश से मर्चेंट नेवी में 289 युवाओं को रोजगार मिला है। इसमें 57 प्रतिशत युवा अकेले जिला कांगड़ा से संबंध रखते हैं। संजय के कारण अगर यह जिला मर्चेंट नेवी का हब बनने लगा है, तो इसमें कोई अतिश्योक्ति भी नहीं हैं। वहीं, मर्चेंट नेवी के अलावा पराशर ने अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार सृजन को लेकर काम किया है।

संजय द्वारा स्थापित लघु उद्योग, इंग्लिश लर्निंग सेंटर, प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र और तीन कार्यालयों में भी 117 युवाओं को नौकरी प्रदान की गई है। उनके द्वारा उपलब्ध करवाया गया रोजगार का कुल आंकड़ा 406 पहुंच गया है। इसमें दो दिव्यांग युवा ऐसे भी हैं, जिन्हें घर पर ही नौकरी दी गई है। संजय का लक्ष्य है कि इस वर्ष के अंत तक वह पांच सौ युवाओं को राेजगार दिया जाए, जिसके लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। दरअसल संजय का मुख्य ध्येय व विजन युवाओं को शिक्षा के साथ रोजगार उपलब्ध करवाना है। प्रदेश के युवाओं काे लंबे समय से युवाओं को रोजगार देने के लिए वह व्यक्तिगत तौर पर सक्रिय हैं।

12 युवाओं ने मर्चेंट नेवी में नौकरी हासिल करने के बाद अपने अनुभव सांझा करते हुए बताया कि उनका इस क्षेत्र में जाने का सपना कैप्टन संजय के कारण ही पूरा हो पाया है। ज्वाली के कुलदीप सिंह, ननग्रां ऊना के राणा प्रिंस, करौर हमीरपुर के मनु शर्मा, फतेहपुर कांगड़ा के अंकुश राणा, कालीबड़ी मंदिर, पालमपुर के आंचल मेहता, सरकाघाट के शशि सकलानी, बड़सर के विनोद, दाड़ी धर्मशाला से गौरव सपेहिया, कुठेड़ा पालमपुर के विकास कटोच, अंबोटा ऊना से परमिंद्र सिंह, भौरंज से रजनीश सोनी और भांबला सरकाघाट से शुभम ठाकुर ने बताया कि वह इसी महीने जहाज पर गए हैं और कैप्टन संजय ने उनकी उम्मीदों को पंख लगा दिया है। सुनहरा भविष्य बनाने के लिए वे पराशर का आभार व्यक्त करते हैं। वहीं, पराशर का कहना है कि उनका बेरोजगारी को दूर और शैक्षिणक तंत्र को मजबूत करने पर फोकस है। उम्मीद है कि आने वाले समय में इसके शानदार परिणाम सामने आएंगे।