प्रारंभिक शिक्षकों को सहायक प्रोफेसर की तर्ज पर वेतन का प्रावधान सराहनीय : हीर

एसके शर्मा। हमीरपुर
नई शिक्षा नीति में प्रारंभिक शिक्षकों को कॉलेज सहायक प्रोफेसर की तर्ज पर वेतन देने का प्रस्ताव सराहनीय प्रावधान है। हिमाचल प्रदेश राजकीय कला स्नातक संघ हमीरपुर अध्यक्ष विजय हीर ने उक्त प्रावधान का व्यापक स्वागत करते हुए बताया कि वर्ष 2030 तक नई शिक्षा नीति में प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षकों के लिए समान वेतन सहायक प्रोफेसर की तर्ज पर देने की व्यवस्था की गई है और प्राथमिक, माध्यमिक, सकेंडरी व कॉलेज शिक्षकों की वेतन और पदोन्नति व्यवस्था एक समान करना क्रांतिकारी सुधार होगा। इससे शिक्षक वर्ग का वेतन काफी बेहतर होगा और हर शिक्षा स्तर का महत्व समान बनेगा। हीर ने कहा कि नई शिक्षा नीति में हर शिक्षक के लिए पदोन्नति के पांच स्तर निर्धारित करना सराहनीय कदम है। बिना कार्यकाल के अर्ली टीचर, कार्यकाल सहित अर्ली टीचर, प्रोफिशिएंट टीचर, एक्सपर्ट टीचर और मास्टर टीचर इसके लिए पांच स्तर निर्धारित किए गए हैं। मास्टर टीचर्स ही सेमिनारों आदि में प्रशिक्षण देने का कार्य करेंगे। शिक्षकों के पदोन्नति स्तरों का अलग-अलग वेतन भी निर्धारित है जिसको शिक्षक केवल मैरिट और अपने प्रदर्शन के अनुसार प्राप्त कर सकेंगे। इस तरह पदोन्नति प्रक्रिया में वरिष्ठता व कार्यकाल की कोई भूमिका नहीं होगी, अपितु शिक्षकों के लिए बन रहे व्यावसायिक मापदंड इसका आधार होंगे। शिक्षकों का वेतन निश्चित अंतराल पर बढ़ाने हेतु परफोर्मनेस अप्रेजल ही आधार बनेगा। हीर ने कहा कि नई शिक्षा नीति में शिक्षकों को मैरिट व प्रदर्शन के स्तर अनुसार वेतन देने की व्यवस्था सराहनीय है और प्रदेश सरकार इसे इन प्रावधानों को यथावत लागू किए जाने की आशा शिक्षक वर्ग रखता है यद्यपि कार्यकाल व वरिष्ठता को व्यावसायिक मापदंड का भाग बनाने की आशा है।