डेस्क:- जीवन का अंतिम सत्य मृत्यु है। जन्मदिन पर क्या करना है, इसके बारे में तो खूब योजनाएं बनाई जाती हैं। लेकिन इस दुनिया को कैसे अलविदा कहना है, इसकी योजना भला कौन बनाता है। इसी के आसपास निर्देशक और लेखक विकास बहल ने फिल्म गुडबाय की कहानी रची है। मुंबई में रह रही वकील तारा (रश्मिका मंदाना) अपना पहला केस जीतने की खुशी में पार्टी कर रही होती है। मां का कॉल आता है, लेकिन वह काट देती है। अगले दिन पता चलता है कि चंडीगढ़ में रह रही, उसकी मां गायत्री भल्ला (नीना गुप्ता) का निधन हो गया है।