समूचा प्रदेश कोरोना की चपेट में, ग्रसित क्षेत्रों में लॉकडाउन ज़रूरी

सौरभ अटवाल। धर्मशाला

जब प्रदेश में एक मामला था, तो सरकार ने लॉकडाउन लगाया था, लेकिन अब जब समूचा प्रदेश करोना महामारी की चपेट में है और 2000 से ऊपर मामले दर्ज हो चुके हैं। अब सरकार को चाहिए कि तुरंत इसकी रोकथाम के लिए जो प्रभावित क्षेत्र हैं, उनमें पूर्ण लॉकडाउन लागू करें। ये विचार प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज जारी प्रैस बयान में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सीमाओं को तुरंत बंद करने की आवश्यकता है। टेस्टिंग की सुविधा को युद्धस्तर पर बढ़ाना होगा।

महामारी प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में पहुंच गई है। ऐसे में सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्रों में लॉकडाउन ही रोकथाम का उपाय है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जो ढील दी गई और लापरवाही बरती गई, उसके कारण मामले बढ़ते चले गए, ये चिंताजनक है। दीपक शर्मा ने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा 40000 छात्रों को परीक्षाओं में धकेला जा रहा है। ये फैसला भी घातक है।सरकार को तुरंत प्रभाव से परीक्षाओं का फैसला स्थगित कर देना चाहिए, वरना स्थिति और ज़्यादा खराब होने का अंदेशा होगा।

दीपक शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा दूरदर्शिता के साथ फैसले नहीं लिए जा रहे हैं, जिसकी वजह से महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे संवेदनशील समय में अनुबंध आधार पर रखे गए डॉक्टरों के वेतन में कटौती का फरमान भी न्यायसंगत नहीं है। इससे महामारी में दिन-रात सेवा दे रहे डॉक्टरों में निराशा फैलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक भी फैसला जनहितैषी नहीं लिया है।

उल्टा भाजपा सरकार वोटबैंक की राजनीति को ध्यान में रख कर,राजनीतिक भेदभाव से काम कर रही है। दीपक शर्मा ने कहा कि वर्तमान में महामारी को रोकना मुख्य चुनौती है, जिसके लिए सरकार को गंभीरता के साथ प्रयास करने चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सभी तरह के आयोजनों व समारोहों आदि पर तुरंत रोक लगाने की आवश्यकता है। अतः सरकार इस बारे में गंभीरता के साथ विचार करे और तुरंत फैसला लें।

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