15 वर्षों बाद भी 11 गांव सड़क सुविधा से महरूम, ग्रामीणों में रोष

शकुंतला ठाकुर। कुल्लू

जिला कुल्लू के आनी उपमंडल के तहत 11 गांवों के ग्रामीण 15 वर्षों से लगातार ठगे जा रहे हैं। चुनावों में नेता आते हैं, कसमें खाते हैं कि सड़क बन जाएगी और चुनावों के बाद भूल जाते हैं। प्रशासन भी वर्षों से टालमटोल का रवैया अपनाए हुए है। हमारी सड़क बनने से शमशर, तनोटा, जुनू, पनै, जमदा, भिखीकुटल, टिपरी धार, बश्लेडा, शुहच, प्लेणी व शाह आदि 11 गांवों की भाग्यरेखा बदल जाएगा। यह लगभग 3000 लोगों की जीवनरेखा साबित होगी। हम में से बहुत लोगों ने सड़क का सपना देखा, कई इस अधूरे सपने के साथ चल बसे, कई बूढ़े अब भी इंतजार में हैं कि शायद उनके भाग्य में सड़क
देखना लिखा हो और कई नौजवान यह सपना पाले हुए जी रहे हैं कि अपने घर के बुजुर्गों को गाड़ी में घुमा पाएंगे।

यह दुःख और भी गहरा जाता है, जब हर दिन कहीं न कहीं सड़कों का शिलान्यास होता है या लोकार्पण होता है। लोग अपने आपको ठगा हुआ महसूस करते हैं और शर्मिंदा होते हैं। लगभग 15 वर्षाें से दो बार सर्वे हो चुका है। लोगों ने अपने लगे लगाए बगीचे उखाड़ दिए। हज़ारों पेड़ बलि चढ़ गए, मगर हताशा ही अंत में हाथ लगी। यहां तक कि गांव वालों ने ज़मीन खरीद कर भी सरकार को दी, ताकि सड़क से उनके खेत जुड़ सकें और उनकी खेती का उन्हें भी लाभ मिल सके। यह घाटी सेब बेल्ट है। सेब को पीठ पर ढोकर ग्रामीण ले जाते हैं। मजदूर बहुत मंहगे मिलते हैं। बागवानों को बहुत नुकसान होता है। ग्रामीणों के बीमार होने पर एंबुलेंस नहीं पहुंचती है, तो बहुतों की मृत्यु तक हो जाती है।

नेता कसमें खाते हैं, मगर जीतने के बाद आमजन अपने को ठगा हुआ महसूस करते हैं। विभागों की लापरवाही और भेदभाव से यह काम रुका हुआ है। क्षेत्र की आबादी में आधे लोग स्वर्ण हैं और आधे दलित। सीए अब 11 गांवों के मतदाता इस नतीज़े पर पहुंचे हैं कि यदि सड़क नहीं बनती या काम आरंभ नहीं होता तो आने वाले चुनावों का बहिष्कार करेंगे। अब और झूठ सहन नहीं करेंगे। जनता यह भी तय करेगी कि यदि हिमाचल सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तो उस स्थिति में आगे का रास्ता तय करना होगा और यह रास्ता दिल्ली जाता है।

हमें पूरी आशा है कि आप हमारी फरियाद सुनेंगे। हमारे बुजुर्ग जब अपने अपने क्षेत्र में सड़क देखेंगे, तो आपको दुआओं में याद करेंगे और हृदय से आपको आशीर्वाद देंगे। आपसे अनुरोध है कि हमारी समस्या का तुरन्त प्रभाव से निपटारा किया जाए। हम आपके सदा आभारी रहेंगे। हमारी आने वाली कई पीढ़ियां आपको याद रखेंगी।