महारल बाज़ार में पैदल चलना भी हुआ मुश्किल

एसके शर्मा । हमीरपुर 

उपमंडल बड़सर के तहत आने वाली मैहरे से घोडी धबीरी सड़क अपग्रेडेशन का काम किस तरह से आम लोगों के लिए दिक्कतों का कारण बन रहा है। उसे समझने के लिए महारल बाज़ार की तस्वीरें देखनी होंगी। पहले ही 2 वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी काम पूरा न होने के कारण लोग ठेकेदार व विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते रहे हैं।
बताते चलें कि बिझड़ी से आगे एक किलोमीटर पेवर लगाए जाने में ही दो महीने पूरे हो चुके हैं, लेकिन अब  इसके बाद महारल बाजार में लोगों का पैदल तक चलना दूभर हो चुका है। हालात ये हैं कि पेवर बिछाने से पहले सड़क पर डाली गई कंक्रीट उखड़कर कीचड़ व दलदल में तब्दील हो चुकी है।

वाहन चालकों के लिए सड़क बंद करने के बाद अब लोग पैदल चलने में भी इस सड़क पर असमर्थ हो चुके हैं। मात्र कुछ दिनों बाद ही कंक्रीट के उखड़ जाने के बाद स्थानीय लोग व वाहन चालक विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि इस उखड़ी सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो चुका है। काम के दौरान हालांकि सड़क मार्ग को पूरी तरह बंद रखा गया था। इस दौरान वाहनों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था भी की गई थी। लेकिन अब सड़क का काम पूरा होने से पहले ही इस तरह से उखडऩा लोगों को रास नहीं आ रहा है। वहीं अगर अधिकारियों की बात करें तो उनका कहना होता है कि कंक्रीट बेस को पक्का करने के लिए 28 दिन चाहिए होते हैं। ऐसे में सवाल ये भी है कि आखिर क्यों जल्दबाजी में काम किया जा रहा है। मात्र दिखाने के लिए ही क्या कंक्रीट डाली जा रही है, आखिर इस बर्बादी व लोगों की मुश्किलों का जिम्मेवार कौन है। महारल बाजार के स्थानीय व्यापारियों ने कहा कि पिछले 2 हफ्तों से बाजार में वयापार पूरी तरह से ठप्प पड़ा हुआ है, क्योंकि लोग यहां पैदल चलने से भी कतरा रहे हैं। लोगों व वाहन चालकों नें सम्बन्धित विभाग से आग्रह किया है कि सड़क का काम इस तरीके से किया जाए, ताकि निकट भविष्य में लोगों को फिर से परेशान न होना पड़े।

उधर लोक निर्माण विभाग बड़सर सहायक अभियंता अनिल शर्मा ने बताया कि कंक्रीट को पक्का होने के लिए 28 दिन का समय चाहिए होता है। लेकिन लोग विभाग का सहयोग न करके वाहन चलाने पर उतारू हो जाते हैं, जिसकी वजह से ये समस्या पेश आती है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार से  कंक्रीट को ठीक करवाकर ही पेवर बिछाए जाएंगे।