पैसे-पैसे को मोहताज प्रवासियों ने घर भेजने की लगाई गुहार

उज्जवल हिमाचल। फतेहपुर

उपमंडल फतेहपुर में अभी भी कई प्रवासी फंसे हुए हैं, इनमे से कुछ प्रवासियों को तो गांवस्तर पर काम मिल रहा है जिस कारण उनका जीवन यापन सही चल रहा हैं। लेकिन कुछ प्रवासी ऐसे हैं जिन्हें कोई भी काम नही मिल रहा है। जिस कारण वो पैसे-पैसे को मोहताज होते हुए प्रशासन से उन्हें अपने घर भेजने की गुहार लगाने के लिए पैदल ही लंबा सफर तय कर उपमंडलाधिकारी के पास पहुंच रहे हैं। लेकिन वहां से भी फिलहाल उनके हाथ निराशा ही लग रही है। ऐसे ही करीब डेढ दर्जन प्रवासी बुधवार को उपमंडलाधिकारी फतेहपुर से मिलने टकोली से पैदल ही फतेहपुर पहुंचे थे।

उपमंडलाधकारी से मिलने के बाद मीडिया से रूबरू होते छतीषगढ़ से संबंधित प्रवासियो में उमेद राम, अभिषेक, सौरभ, रत्न, गोपाल, राम प्रसाद, राजन, संतोष, ईश्वरी, गौतम ,बेनी राम, भैरों चन्द, श्याम लाल, नेत राम , राहुल, शतराम, कर्ल सहित अन्य ने बताया वो टकोली स्थित एसएम ईंट के भट्टे के प्रशासन की मांग पर हिमाचल के टकोली मजदूरी करने करीब 24 फरवरी को आए थे। लेकिन कुछ ही दिन मजदूरी करने उपरांत लॉकडाउन दौरान भट्टे का काम बंद हो गया।
जिस कारण हस सब बीबी ,बच्चों को डाल करीब 52 प्रवासी बेकार हो गए। बताया जैसे-तैसे उनके खाने का प्रबंध तो होता रहा लेकिन पैसों की तंगी कारण उन्हें काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।

उन्होंने छतीसगढ़ ब हिमाचल प्रदेश की सरकार के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन से भी गुहार लगाई है कि उन्हें जैसे तैसे कर अपने-अपने घरों में पहुंचाया जाए। ताकि वो वहां पर हल्की-फुल्की खेती कर अपना व परिवार का पालन पोषण कर सकें। बताया काम न मिलने की बजह से उनके पास पैसे भी नही रहे हैं। वहीं ईंट भट्ठा के मुंशी प्रकाश ने बताया ईंट भट्ठा प्रशासन ने ही इन्हें जहां मजदूरी करने बुलाया था लेकिन लॉकडाउन लगने कारण काम पूरी तरह बंद हो गया। वहीं अब कारीगर न मिलने कारण काम फिर भी ठप्प पड़ा है। बताया प्रवासियां के लिए जैसे तैसे करते हुए राशन मुहैया करवाया जाता रहा है, वहीं अब डिपू के माध्यम से भी प्रवासियों को राशन उपलब्ध करवा दिया जाएगा। बताया जैसे ही प्रशासन की हिदायत उन्हें मिलेगी उसके हिसाब से प्रवासियां के लिए सुविधा उपलब्ध करबा दी जाएगी। वहीं एसडीएम फतेहपुर बलवान चंद मंडोत्रा ने बतायाः छतीसगढ़ के प्रवासियों की प्रशासन द्बारा पहले भी एक लिस्ट मांगी गई थी, लेकिन फतेहपुर से छतीसगढ़ के किसी भी प्रवासी का नाम नही आया था। लेकिन अब छतीसगढ़ के प्रवासी सामने आए हैं तो इन्हें अपनी लिस्ट सबंधित पटवारी के पास देने के लिए कहा गया है, ताकि छतीसगढ़ के लिए चलने बाली अगली ट्रेन से इन्हें अपने घर भेजा जा सके।