कांगड़ा में खुंखार पशुओं के आतंक से पांच लोग घायल

खुंखार पशुओं से निजात दिलाने के लिए लोगों ने की प्रशासन से मांग

अंकित वालिया। कांगड़ा

जिला कांगड़ा में लगातार बढ़ रहे आवारा पशुओं के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं लेकिन कांगड़ा प्रशासन व नप कांगड़ा के सामने ये बात ना जाने कहां दब के रह जाती है। अबतक कईं लोग आवारा पशुओं के हमलों के कारण हादसों में अपनी जान तक गवा चुके हैं। लेकिन फिर भी कांगड़ा में लोगों को आवारा पशुओं से कोई निजात आजतक नहीं मिली है।

आलम यह है कि शहर में दिन-प्रतिदिन आवारा पशु बढ़ते जा रहे हैं। शाम के समय यह स्थिति और भी गंभीर हो रही है।
वाहन चालकों का एवं राहगीरों का सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो चुका है और प्रशासन दिन प्रतिदिन इस तरह की खबरें पढ़ने के बाद भी बिना कार्यवाही किए अपनी आंखें मूंद लेता है।

बात करें पुराने कांगड़ा से लेकर कांगड़ा बाईपासए टांडा रोड, तहसील चौक कांगड़ा मेन बाजार से लेकर बस स्टैंड और वीरता तक आवारा पशुओं का हुजूम हर समय बना रहता है। हालाँकि बीते दिनों बारिशों के कारण कांगड़ा में बाईपास सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण प्रशासन द्वारा वाहनों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है।

बायपास सड़क के महीनों तक खुलने के आसार नहीं दिख रहें। और सभी छोटे बड़े वाहन नेशनल हाइवे-88 से होकर गुजर रहे हैं। आवारा और खुंखार पशुओं के कारण भी कांगड़ा NH-88 पर जाम लगना आम हो गया है। हर रोज लंबे जाम में फस कर स्थानीय, बाहरी लोगए एंबुलेंस में मरीज, स्कूल, कॉलेज, दफ्तरों को जाने वाले लोग परेशान हो रहे हैं।

इन आवारा पशुओं के कारण रोजाना शहर में कईं लोग छोटे बड़े हादसों का शिकार लगातार हो रहे हैं लेकिन फिर भी इन बेसहारा पशुओं से कांगड़ा की जनता को निजात मिलती नही मिल रही।

बीती देर रात कांगड़ा नागरिक अस्पताल के सामने आवारा पशुओं द्वारा 5 लोगों को अपना शिकार बना कर घायल किया गया। जिनमें से तीन लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए जिन्हें उपचार के लिए टांडा अस्पताल ले जाया गया। घायलों में एक महिलाए एक युवक व एक अन्य वृद्ध व्यक्ति शामिल है।

महिला द्वारा बताया गया है कि जब उनको परिवार सहित स्थानीय युवकों द्वारा उपचार के लिए नागरिक अस्पताल कांगड़ा में लाया गया तो नागरिक अस्पताल कांगड़ा में जिस डॉक्टर की ड्यूटी थी उस समय वह अस्पताल में मौजूद नहीं था जिसके बाद स्थानीय युवकों द्वारा उक्त डॉ. को घायल महिला के उपचार के लिए बुलाया गया।

एक अन्य व्यक्ति को बेसहारा गाय द्वारा बेरहमी से हमला करने के दौरान स्थानीय लोगों ने व्यक्ति को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कीजिए लेकिन बेसहारा गाय पीछे नहीं हटी इसके बाद एक गाड़ी के द्वारा बल का प्रयोग करते हुए उस व्यक्ति को गाय के हमले से बचाया गया अन्यथा उस व्यक्ति की मौके पर ही जान भी जा सकती थी। व्यक्ति को नागरिक अस्पताल में प्राथमिक उपचार के साथ ही उसकी स्थिति को देखते हुए तुरंत टांडा अस्पताल रेफर कर दिया गया।

इस मामले में दिल्ली से आए तीन लोग जिनमे विनय और उनकी पत्नी रेखा समेत उनकी सास तारा को भी आवारा पशु ने अपना शिकार बनाते हुए घायल किया। यह सब अपने परिवार के साथ कांगड़ा मन्दिर में माता के दर्शनों के लिए आए थे जोकि नागरिक अस्पताल के समीप ढाबे में खाना खाने के बाद होटल की ओर जा रहे थे और इसी बीच आवारा पशुओं के अचानक हुए हमले का शिकार हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यहां इस तरह की घटनाएं होना आम बात हो गई है कई बार तो ये आवारा पशु लड़ते लड़ते आसपास की दुकानों में घुस जाते हैं और कई बार कोई भी राहगीर और वाहन चालक इनके अचानक हमले का शिकार भी हो जाता है।

यही हाल शहर में एकाएक बढ़ रहे आवारा कुत्तों के कारण भी शहर के लोगो का है कई बार रात के समय दोपहिया वाहन व अन्य वाहनों की ओर अचानक आवारा कुत्ते भौंकते हुए हमला करने के लिए दौड़ते हैं जिससे वाहन चालक घबरा कर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।
अतः प्रशासन एवं नप कांगड़ा से कांगड़ा की जनता की मांग है कि इन आवाराए खुंखार पशुओं से स्थानीय जनता एवं अन्य लोगों को निजात दिलाई जाए ताकि भविष्य में इन पशुओं के हमले से कोई भी अप्रिय घटना ना हो सके।

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