उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर
भंग किए गए कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में भर्तियों (recruits) को लेकर हुई धांधलियों में विजीलेंस ने आयोग के पूर्व सचिव एचएएस अधिकारी जितेंद्र कंवर को आज कोर्ट में पेश किया। विजिलेंस विभाग की टीम ने आज सुबह अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट में जितेंद्र कवर को पेश कर उनके पुलिस रिमांड की मांग की थी जिस पर कोर्ट ने दोपहर 2 बजे तक फैसला सुरक्षित रखा था। दो बजे पुलिस ने जितेंद्र कंवर को पुनः अदालत में पेश किया जहां 10 अप्रैल तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया।
बचाव पक्ष ने अदालत को बताया कि आरोपी दिसम्बर से ही पुलिस के साथ सहयोग कर रहा था तथा बहुत जांच में शामिल हो चुका था। आरोपी से अब किसी प्रकार की पूछताछ की आवश्यकता (Need) नहीं है, वहीं अभियोजन पक्ष ने दलील दी की अभी जांच में बहुत कुछ सामने आना बाकि है इसलिए आरोपी को पुलिस हिरासत में भेजा जाए।
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इस सम्दर्भ में जानकारी देते हुए बचाव पक्ष के वकील किशोर शर्मा ने बताया कि जितेंद्र कंवर को गत शाम साढे आठ बजे गिरफतार किया गया था तथा उन्हें आज भ्रष्टाचार निरोधक (anti corruption) अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 6 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी दिसम्बर से ही जांच ऐजैंसी के समक्ष पेश होकर उन्हें सहयोग दे रहा था। अब उन्हेें दस अप्रैल को सुबह 11 बजे अदालत में पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि जूनियर आफिस सहायकों आइटी कोड नंबर 965 की भर्ती में पेपर लीक मामले में मंगलवार देर शाम को जितेंद्र कंवर को गिरफतार किया गया हैं। विजीलेंस ने इस मामले में एफआइआर 4/22 दर्ज की थी। इस मामले में आयोग की गुप्त शाखा की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद व उनके बेटे निखिल आजाद के अलावा कई लोगों को पहले की गिरफतार किया जा चुका हैं।