चौथे स्तम्भ मिडिया को किसी भी सरकार से नहीं मिला कोई प्रोत्साहन : साधु राणा

चैन सिंह गुलेरिया। जवाली

आजादी के बाद कई सरकारें आई और अपना रोना रोकर चली गई। अभी हाल में ही जयराम सरकार ने बजट पेश किया जिसके बारे में काफी ढिंढोरा पीटा जा रहा है कि इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है लेकिन चौथे स्तंभ को भूली सरकार। इसके इलावा पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उपप्रधान साधू राम राणा ने प्रेस वार्ता में कहा कि देश प्रदेश की सरकारों में चौथे स्तम्भ के रूप में हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले मीडिया कर्मियों को आज तक देश प्रदेश की किसी भी सरकार द्वारा प्रोत्साहित नहीं किया गया है जबकि सरकार की हर योजनाओं को विस्तार से जन जन तक पहुंचाना और जनता की हर समस्या को सरकार तक पहुंचना देश की भीतरी एवं बाहरी खतरों में फ्रंट लाइन पर पहुंच कर पल पल की खबर अपनी जान जोखिम में डालकर सुचनाएं एकत्र करना देश प्रदेश के प्रति विरोधी शक्तियों का समय से पूर्व भंडाफोड़ करना आदि मिडिया के अथक प्रयासों एवं कड़ी मेहनत से ही संभव हो पाता है।

इन समस्त गतिविधियों पर अपनी भूमिका निभाते हुए अनेकों मिडिया कर्मियों ने अपने शारीर के कई अंगों एवं जिंदगियों को भी खोया है लेकिन इस के बावजूद कभी किसी देश एवं प्रदेश की सरकार ने मिडिया कर्मियों के योगदान को प्रोत्साहित करने की ओर कोई जहमत आज तक नहीं की है। हाल ही में कोरोना काल में मिडिया कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर फ्रंट लाइन वर्करों की तरह अपनी भूमिका निभाते हुए कई मिडिया कर्मी कोरोना संक्रमण हुए और जिंदगियों को खोया है। अतः देश प्रदेश की सरकारों को केवल मिडिया कर्मियों को धन्यवाद कह कर ही सम्मानित करने तक सीमित नहीं रखते हुए इन्हें किसी वित्तीय लाभकारी योजना के अंतर्गत नीति बनाकर प्रोत्साहित करने की घोषणा बजट में करनी चाहिए ताकि मिडिया कर्मी भी अन्य वर्गों की तरह समय समय पर लाभकारी योजनाओं से लाभान्वित होते हुए मान सम्मान की जिंदगी बसर कर सकें।