चंबा में खुला ट्राउट फिश आउटलेट, उत्पादकों को मिली राहत

उज्जवल हिमाचल। चंबा

जिला चंबा के अंतर्गत आने वाले भांदल क्षेत्र में मत्स्य पालन विभाग ने मछली के बीज तैयार करने शुरू कर दिए है, जिसके चलते अब चंबा जिले के मत्स्य पालन से जुड़े कारोबार करने वाले कारोबारियों को सुविधा मिलेगी। जाहिर सी बात है की विभाग की ये पहल रंग लाएगी। मत्स्य पालन विभाग ने हाल ही में इसकी शुरुआत की है और अपने ट्राउट फिश टेंको से ट्राउट मछलियों के अंडे लिए जा रहे हैं। भांदल स्थित मत्स्य पालन विभाग की होजरी में इन अंडों को बीज के रूप में तैयार किया जा रहा है।

बता दें, विभाग द्वारा पैंतालीस हजार के करीब अंडे तैयार करने के लिए रखे थे, जिनमें तीस हजार अंडे बीज के रूप में तैयार हो गए हैं, जिन्हें एक महीने में चंबा जिले के अलग अलग क्षेत्रों में मछली पालन का व्यवसाय करने वाले कारोबारियों को उपलव्ध करवाया जाएगा। पहले इन ट्राउट फिश के बीजों को लाने के लिए कुल्लू, मंडी बिलासपुर जाना पड़ता था। जिसमें काफी खर्च भी होता था। उसके बावजूद कई बार ट्राउट फिश का बीज भी मर जाता था, हालांकि विभाग की इस पहल से भांदल क्षेत्र में अब सरकार के ट्राउट फिश फार्म से ये बीज आसानी से उपलब्ध होंगे और समय सहित पैसों का भी बचाव होगा।

हममें से ज्यादातर लोग ये तो जानते हैं कि मछली खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन मछली खाने से शरीर के किस-किस अंग को फायदा पहुंचता है और किस तरह, ये कम ही लोगों को पता है। जब भी मछली खाने की बात होती है तो लोग कहते हैं कि जो मछली ज्यादा खाते हैं उनके बाल लंबे, काले और मोटे होते हैं। साथ ही उनकी आंखों भी खूबसूरत होती हैं।आपको ये जानकर हैरानी होगी कि मछली खाने से न केवल बाल खूबसूरत बनते हैं, बल्कि इसके और भी कई हेल्थ बेनेफिट हैं, जो शायद ही किसी दूसरे खाद्य में मिलते हों।

मछली में लो फैट होता है और बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन। ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाने के कारण भी मछली स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है। मछली में विभिन्न प्रकार के विटामिन, खनिज और कई अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसलिए मछली का सेवन शरीर की कई जरूरतों को पूरा करता है।