रे में गंदगी की भरमार, जनता परेशान

गंदगी की दुर्गंद से स्थानीय जनता को बीमारियों का सताने लगा भय

अरुण पठानिया। रैहन

विकास खंड फतेहपुर के अधीन ग्राम पंचायत रे में स्वच्छता के दावे पूर्ण रूप से खोखले सावित होते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर केंद्र व प्रदेश सरकार सफाई अभियान के माध्यम से पंचायतों को प्रोत्साहन दे रही है, उसी के उलट यहां रोड किनारे कूड़े के ढेर आम बात है। यूं तो हिमाचल प्रदेश में पॉलीथिन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। गौरतलब फिर हिमाचल में पॉलीथिन कहा से आ गया। लोग प्रयोग कर के कड़े में फेंक रहे हैं। प्लास्टिक मनुष्य के शरीर के लिए काफी हानिकारक होती है न सड़ती है, न गलती है, इस प्रकार ये जहर यहां पड़ा रहता है।

हालांकि पंचायत द्वारा सफाई अभियान भी चलाए जाते हैं, परंतु कोई सही डंपिंग साइट न होने और कोई योजना न होने के कारण इस तरह कूड़े के ढेर बीमारियों को न्याैता दे रहे हैं। वर्तमान समय मे लोगों ने फसल को एकत्रित कर के अपने घरों तक पहुंचा लिया है और अधिकांश बेसहारा पशु पॉलीथिन से युक्त लगे हुए कड़े करकट के ढेर का पास ही नहीं आ रहे। अगर बेसहारा पशु इन पॉलीथिन को खा लेंगे, तो उनकी मृत्यु तक आंशका जताई जा रही हैं।

स्थानीय गांव वासियों का कहना है घर के पास लगा कूड़े का ढेर हमारे लिए बहुत ही बड़ी मुश्किल है, जब कभी हवा का झोंका चलता है, तो हमें सांस लेना मुश्किल हो जाती है। कूड़े के ढेर की वजह से बहुत ही गंदी दुर्गंध आती है, जिससे गंभीर बीमारियों से ग्रस्त होने का भय हमेशा फैला रहता हैं। यह एक वर्तमान समय में आम चर्चा बनी हुई है।

क्या कहते हैं स्थानीय ग्रामीण
विजय कुमार का कहना है कि वैसे तो सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन की बड़ी प्रशंसा की जाती है, लेकिन किसी के विपरीत रे पंचायत में लगे कूड़े के ढेर पंचायत की शोभा को कम कर रहे हैं, पंचायत को जल्दी इसकी और ध्यान देना चाहिए।
बिमला देवी का कहना कि सफाई को लेकर की जा रही लापरवाही बिमारियाें को न्याैता दे रही है, जो कि इस समय महामारी के दौर में सफाई विशेष स्थान पर है।
कांता देवी का कहना है कि हमारे घर के बिल्कुल पास और सड़क के किनारे लगा कूड़े का ढेर करोना जैसी महामारी के समय में अन्य बीमारियों को न्याैता दे रहा है। पंचायत को जल्द ही इसका हल करना चाहिए, ताकि हमें इस दुर्गंध से छुटकारा मिल सके।
विक्रम सिंह का कहना है कि हिमाचल में प्लास्टिक बंद है, लेकिन फिर भी सड़क किनारे भारी मात्रा में कूड़ा और प्लास्टिक का ढेर काेरोना जैसी महामारी के समय में एक बहुत बड़ी बीमारी को न्याैता दे रहा है। इसलिए पंचायत को इस गंदगी को फेंकने के लिए अलग से डंपिंग साइट बनानी चाहिए, ताकि इससे होने वाली गंभीर बीमारियों से बचा जा सके।

ग्राम पंचायत रे कि प्रधान सुरजीत कुमारी का कहना है कि पंचायत में अगर कोई खुले में कूड़े को फेंकता है या फिर प्लास्टिक का प्रयोग करता है, उसके ऊपर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

खंड विकास अधिकारी फतेहपुर राज कुमार का कहना है कि हमारे पास इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। मीडिया के माध्यम से हमें पता चला है। जल्द ही गांव वासियों की इस समस्या का हल कर दिया जाएगा और अगर कोई प्लास्टिक का प्रयोग करता हुआ पाया गया, उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।